सुपौल/ स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों के साथ मनायें लोक आस्था का महापर्व छठ : सिविल सर्जन
डेंगू से बचने के लिए बरतें सावधानी : सिविल सर्जन
छठ घाटों पर मौजूद रहेंगे कोविड टीकाकरण दल :जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी
सुपौल : जिले में लोक आस्था का महापर्व छठ मनाया जाने वाला है। ऐसे में देश के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में लोगों का जिले में आना-जाना होना स्वभाविक है। महापर्व मनाये जाने के दौरान बड़ी संख्या में लोगों से मिलना जुलना होगा, ऐसे में कोरोना संक्रमण के प्रसार होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं बदलते मौसम में जहां डेंगू के प्रसार होने की संभावना बनी हुई है। इसके लिए लोगों को चाहिए कि वे लोक आस्था का महापर्व स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों को अपनाते हुए मनायें।
सिविल सर्जन डा. मिहिर कुमार वर्मा ने बताया बदलते मौसम के साथ मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है। जिससे वेक्टर जनित बीमारियों से लोगों के ग्रसित होने की संभावना प्रबल हो गई है। वर्त्तमान समय में डेंगू के नये मरीज प्रत्येक दिन प्रतिवेदित हो रहे हैं। डेंगू से बचने के लिए जरूरी है कि लोग इससे बचने के उपायों को अपनायें। अपने घरों के आस-पास साफ-सफाई रखें। मच्छरों के पनपने वाले स्थानों को निश्चित समय अंतराल पर नष्ट करते रहें। बच्चों को घरों से बाहर निकलते समय उन्हें पूरे शरीर को ढकने वाले वस्त्र पहनाएं । सुबह-शाम मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है, ऐसे में बच्चों को घरों से बाहर निकलते समय इसका खास ध्यान रखें। डेंगू दूबारा न होने पाये इसके लिए सतर्क रहें। एक बार डेंगू ग्रसित हो जाने के बाद लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो जाती है, जिससे वे अन्य कई प्रकार की बीमारियों का आसान शिकार हो जाते हैं। इस बार डेंगू के प्रतिवेदित मरीजों में इस प्रकार की कई जटिलताओं के लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. के. सी. प्रसाद ने बताया लोक आस्था के इस महापर्व के दौरान जिले में राज्य के बाहर एवं राज्य के अन्य जिलों से बड़ी संख्या में लोगों आना-जाना होगा। जिसे देखते हुए जिले में भ्रमणशील एवं स्टेटिक कोविड- 19 टीकाकरण दल टीकाकरण में लगे हुए हैं। जिले के चिह्नित छठ घाटों पर संध्या एवं प्रातः कालीन अर्घ्य के दौरान टीकाकरण दल की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की गई है। वहीं जिले के विभिन्न स्टेशनों पर कोविड टीकाकरण दल लोगों को कोविड- 19 का टीका लगा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इस दौरान कोरोना संक्रमण के प्रसार पर नजर बनाये हुए है। उन्होंने बताया अभी कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। किसी भी प्रकार से बरती गई लापरवाही महंगी पड़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि लोग कोविड अनुरूप व्यवहारों को अपनाते हुए लोक आस्था का महापर्व छठ मनायें एवं स्वस्थ्य रहें।