News4All

Latest Online Breaking News

पटना/ आनंद मोहन के स्थायी रिहाई की माँग हुई तेज़

नेताजी (आनंद मोहन) को अब पेरौल नहीं स्थाई रिहाई मिलनी चाहिए : प्रवीण गोविन्द

उस गुनाह की सजा काट रहे हैं आनंद मोहन जो उन्होंने किया ही नहीं : काउंसिल

पटना : फ्रेंड्स ऑफ आनंद इंटेलेक्चुअल काउंसिल के संस्थापक अध्यक्ष सह बिहार के वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण गोविन्द ने कहा है कि नेताजी (आनंद मोहन) को अलग करके सूबे में राजनीति मुश्किल है। पूर्व सांसद सह चर्चित साहित्यकार श्री मोहन के खांटी शिष्य माने जाने वाले श्री गोविन्द ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि भगवान ने चाहा तो जल्द ही नेताजी की रिहाई हो जाएगी। बोले, नेताजी (आनंद मोहन) को अब पेरौल नहीं स्थाई रिहाई मिलनी चाहिए ।

एक प्रश्न के उत्तर में श्री गोविन्द ने कहा कि बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है कि नेताजी बेकसूर हैं। तत्कालीन डीएम की हत्या के मामले में जो आजीवन कारावास की सजा नेताजी को मिली उस मामले में वे बिल्कुल निर्दोष थे। भीड़ ने घटना को अंजाम दिया। लेकिन सजा नेताजी को मिल गई। वे राजनीति के शिकार हो गए। फ्रेंड्स ऑफ आनंद इंटेलेक्चुअल काउंसिल के संस्थापक अध्यक्ष ने आगे कहा कि नेताजी अपने आप में संस्था हैं, शायद ही बिहार का ऐसा कोई गांव हो जिस गांव में उनके समर्थक नहीं हो। आज भी समर्थक नेताजी के एक इशारे पर कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि फ्रेंड्स ऑफ आनंद इंटेलेक्चुअल काउंसिल में देश भर के बुद्धिजीवियों को जोड़ने का काम करेंगे। इस बाबत नेताजी से निर्देश प्राप्त हो चुका है। बोले, भीड़ द्वारा किये गए गोपालगंज के डीएम जी कृष्णय्या की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा पूरी कर चुके निर्दोष आनन्द मोहन जी जल्द से जल्द अपनों के बीच होंगे। कहा कि निर्दोष होते हुए भी साजिशन आनन्द मोहन जी को इस केस में सजा कराई गई। नेताजी उस गुनाह की सजा काट रहे हैं जो उन्होंने किया ही नहीं।