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सुपौल/ डीएम द्वारा की गई स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं एवं सुविधाओं की गहन समीक्षा

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक

समीक्षात्मक बैठक में गर्भवती माताओं की प्रसव पूर्व जांच पर दिया गया विशेष जोर

सुपौल : जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक जिला सभागार में आयोजित की गई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के अलावा केयर इंडिया, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ समेत अन्य सहयोगी स्वास्थ्य संगठन के भी पदाधिकारी व कर्मी शामिल हुए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिले में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं गतिविधियों की मौजूद पदाधिकारियों एवं कर्मियों से फीडबैक ली और आवश्यक निर्देश दिए। इसके अलावा बैठक के दौरान सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही तमाम स्वास्थ्य सेवाओं पर विस्तृत चर्चा की गई एवं अधिकाधिक लोगों को सभी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले, इस पर बल दिया गया।


जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में आहूत बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आंकड़ों की प्रस्तुति जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद द्वारा की गयी । सम्पूर्ण टीकाकरण में जिला का प्रदर्शन राज्य में सर्वश्रेष्ठ रहा। जो राज्य की औसत आचछादन प्रतिशत 93 से अधिक 103 प्रतिशत रहा। जिले में कोविड टीकाकरण का औसत 91.40 प्रतिशत रहा जिसमें निर्मली प्रखंड में 111.6 प्रतिशत टीके लगाये गये वहीं राघोपुर, सरायगढ़ भपटियाही, प्रतापगंज, छातापुर, मरौना प्रखंड में कोविड- 19 टीकाकरण की स्थिति जिले की औसत से अधिक एवं बसंतपुर, किशनपुर, त्रिवेणीगंज, पिपरा एवं सदर सुपौल में कोविड- 19 टीकाकरण का आच्छादन जिला की औसत से कम पाया गया। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा शत् प्रतिशत आच्छादन सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश जारी किये गये। नीति आयोग की इण्डिकेटरों में भी जिले में पिछले माह की तुलना में प्रगति पायी गई। ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से जिले में अक्टूबर माह में अब तक कुल 46 हजार 253 लोगों का इलाज किया गया। जिले में कार्यरत एम्बुलेंस सुविधाओं की समीक्षा के दौरान पाया गया कि कुल 27 एम्बुलेंसों के द्वारा 3 हजार 317 मरीजों को परिवहन सुविधा उपलब्ध करायी गयी। औसतन एक एम्बुलेंस द्वारा लगभग 4 चक्कर लगाये गये।


जिलाधिकारी द्वारा प्रधान मंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिले में प्रसव पूर्व गर्भवती माताओं की जांच पर विशेष जोर दिया गया। जिले में इस माह का कुल लक्ष्य 6 हजार 507 के विरुद्ध अब तक 6 हजार 458 गर्भवती माताओं की प्रसव पूर्व जांच की गयी । इसमें बसंतपुर, सरायगढ़ भपटियाही, सुपौल सदर व त्रिवेणीगंज का प्रदर्शन जिले की औसत 99.30 से अधिक रहा। सी-सेक्सन यानि सीजेरियन प्रसव में भी जिले में इस माह तक कुल 41 गर्भवती माताओं का सीजेरियन ऑपरेशन से प्रसव सम्पन्न किया गया । जिसमें सबसे अधिक सीजेरियन ऑपरेशन 29 सदर अस्पताल सुपौल में कार्यरत चिकित्सक डा. नूतन वर्मा के द्वारा किया गया। डा. वर्मा द्वारा 67 ट्युक्टोमी भी किया गया। कुल मिलाकर जिले में त्रिवेणीगंज का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा।