सुपौल/ पेट्रोल पंप प्रबंधन ने उत्पाद विभाग को वाहन के लिए तेल देने से किया इंकार
✍️ अमरेश कुमार, सुपौल (बिहार)
वाहन में तेल नहीं होने के कारण कई दिनों से छापेमारी बंद
उत्पाद विभाग द्वारा पेट्रोल पंप को लगभग लगभग 6 लाख रुपया है चुकाना
सुपौल : जिले के उत्पाद विभाग को 10 अगस्त से पेट्रोल पंप द्वारा तेल देना बंद कर दिया गया है। जिसके चलते उस दिन से शराबबंदी को लेकर छापेमारी अभियान बंद है। बताया गया है कि जिस पेट्रोल पंप से उत्पाद विभाग को छापेमारी वाहन के लिए तेल दिया जा रहा था। उस पेट्रोल पम्प का उत्पाद विभाग पर करीब 5 लाख 85 हजार बकाया हो गया है। इसको लेकर पेट्रोल पंप संचालक ने एक लेटर उत्पाद विभाग को थमा दिया है जिसमे कहा गया है कि जब तक बकाए का भुगतान नहीं किया जाएगा। वो तेल देने में असमर्थ हैं। जाहिर है उत्पाद विभाग ने इसको लेकर उच्चाधिकारी को भी अवगत करा दिया है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जब छापेमारी ही नहीं होगी तो फिर सरकार के शराब बंदी कानून का क्या होगा। फिलहाल इस मसले पर उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार झा ने कहा कि कुछ राशि आवंटित की गई है जो जल्द ही पेट्रोल पंप को भेजी जाएगी । इसके बाद पुनः तेल मिलना शुरू हो जाएगा।
सबसे बड़ा सवाल की सरकार के शराब बंदी कानून के अंतर्गत अगर इस तरह तेल की कमी हुई तो फिर शराब कारोबारियों के विरुद्ध छपेमारी अभियान प्रभावित होती रहेगी । इसको लेकर सरकार या विभाग को समुचित और सख्त निर्णय लेना पड़ेगा ताकि शराब बंदी कानून शत प्रतिशत लागू हो सके।