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सुपौल/ स्वास्थ्य विभाग के बदहाली की खुली पोल : न एम्बुलेंस मिला न ऑक्सीजन, मरीज ने बीच सड़क तोड़ा दम

✍️ अमरेश कुमार, सुपौल

 

त्रिवेणीगंज (सुपौल) : कोरोना काल मे प्रति दिन कहीं न कहीं से विचलित करने वाली तस्वीर सामने आ रही है। लेकिन त्रिवेणीगंज में शनिवार की देर शाम जो घटना घटी है वो स्वास्थ्य विभाग के बदइंतजामी की पोल खोल रही है। आरोप लगाया गया है कि मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद उसे रेफर कर दिया गया लेकिन न तो उसे ऑक्सीजन लगाया गया और न ही एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई जिसके चलते 40 वर्षीय एक महादलित ने बीच सड़क पर ही तड़प कर दम तोड़ दिया है। यह मामला त्रिवेणीगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित बुनियादी केंद्र का है। जहां कोरोना सेंटर संचालित किया जा रहा है।
कोरोना से मृत 40 वर्षीय विजेंद्र सरदार के परिजन ने बताया की अस्पताल के डॉक्टर एवं नर्स की लापरवाही के कारण बिजेंद्र सरदार की मौत हो गई है।

मालूम हो कि मृतक विजेंद्र पिलुवाहा पंचायत के वार्ड नं 06 का रहनेवाला था। मृतक के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है की मरीज की तबियत बिगड़ने के बाद उसे शनिवार की सुबह बुनियादी केंद्र इलाज के लिए लाया गया। जहां डॉक्टर ने उसका इलाज शुरू किया लेकिन मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण उसे रेफर कर दिया गया। जिसके बाद मरीज को बाहर कर दिया गया। लिहाजा मरीज को लेकर उसके परिजन बुनियादी केंद्र के सामने सड़क पर ही बैठ गए। आरोप है कि रेफर होने के दो घंटे बाद तक मरीज को न तो ऑक्सीजन लगाया गया और न ही एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई। जिसके चलते मरीज बुनियादी केंद्र के बाहर सड़क पर ही दम तोड़ दिया। आरोप तो ये भी लगाया गया है कि मरीज की मौत के बाद उसे आनन फानन में ऑक्सीजन लगाया गया।

घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गई। वहीं मौके पर ASDM प्रमोद कुमार त्रिवेणीगंज थाना के SHO संदीप कुमार सिंह ने पुलिस बल के साथ वहां पहुंचकर कानूनी प्रक्रिया में जुट गए। वहीं घटना को लेकर स्थल पर मौजूद अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित प्रभारी मैनेजर ने बताया की मृतक के परिजन का आरोप गलत है। उनके पास न तो ऑक्सीजन की कमी है और न ही एम्बुलेंस की। जाहिर सी बात है जब हर तरह की सुविधा का दावा अस्पताल प्रशासन कर रही है तो फिर मरीज की मौत क्यों और कैसे हो गई। ये जांच का विषय है। अब देखना लाजमी होगा की सुशासन के राज में कोरोना वायरस जैसे महामारी के समय में भी स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण हुए मरीज की मौत पर जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होती भी है या नहीं। फिलहाल गरीब महादलित परिबार के एक व्यक्ति की मौत पर उनके परिजनों में कोहराम मच गया है।