मोहाली/ फोर्टिस हॉस्पिटल में वर्ल्ड हियरिंग डे पर जागरूकता सत्र का हुआ आयोजन
✍️ सोहन रावत, चंडीगढ़
सर्जरी वाले कई बच्चे भी इस अवसर पर थे उपस्थित
मोहाली : छोटे बच्चों को प्रभावित करने वाली सुनने की अक्षमता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए फोर्टिस अस्पताल मोहाली के ईएनटी विभाग द्वारा शुक्रवार को यहां फोर्टिस मोहाली में वर्ल्ड हियरिंग डे पर एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया।
इस वर्ष वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का थीम है इयर एंड हियरिंग केयर फॉर ऑल। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। डॉ. अशोक गुप्ता, निदेशक और प्रमुख, ईएनटी, हेड एंड नेक कैंसर, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली ने उपस्थित लोगों क को इस दिन के महत्व के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ गुप्ता द्वारा कॉक्लियर इंप्लांटेशन सर्जरी कराने वाले कई बच्चे उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बोलते हुए, डॉ गुप्ता ने कहा कि कॉक्लियर इम्प्लांटेशन सर्जरी श्रवण अक्षमता वाले बच्चों के लिए वरदान है। हियरिंग सभी का मौलिक अधिकार है और इस मूल अधिकार से किसी को भी वंचित नहीं किया जा सकता है। जन्मजात हियरिंग हानि के अलावा, जिसे नवजात स्क्रीनिंग के माध्यम से पता लगाया जा सकता है और श्रवण यंत्र या कॉक्लियर इम्प्लांटेशन द्वारा इलाज किया जा सकता है, सभी उम्र में ऐसे रोगियों की संख्या बढ़ रही है जो श्रवण हानि से पीड़ित हैं जो या तो ऑप्टिमम केयर की अनभिज्ञता,अज्ञानता, रोग, या ट्रामा के कारण हो सकते हैं। न केवल जन्मजात बल्कि एक्वायर्ड हियरिंग हानि को भी विभिन्न सर्जिकल / गैर-सर्जिकल तौर-तरीकों से रोका और इलाज किया जा सकता है।
ईएनटी विभाग, फोर्टिस मोहाली की सलाहकार डॉ. अनुरागिनी गुप्ता ने कॉक्लियर इम्प्लांटेशन के फायदों के बारे में बताया। रोबोटिक कॉक्लियर इम्प्लांटेशन एक उभरती हुई सर्जिकल तकनीक है जो मिनिमली इनवेसिव है और जहां मास्टॉयडेक्टोमी के बिना रोबोट ड्रिलिंग प्रक्रिया द्वारा छोटे बूर होल द्वारा मध्य और आंतरिक कान तक पहुंच बनाई जाएगी और सर्जरी की जटिलताओं को कम किया जाएगा और वहां लंबे इम्प्लांट जीवन के लिए ऑप्टिमल स्थिति बनाई जाएगी।
इस अवसर पर केक कटिंग सेरेमनी भी आयोजित की गई, जिसके बाद ईएनटी विभाग के कर्मचारियों के साथ बच्चों ने आकाश में गुब्बारे छोड़े।