सुपौल/ बदलते मौसम में अपने नवजातों का रखें खास ख्याल : सिविल सर्जन
रात्रि में ठंड से बचाने के लिए उपयोग करें कंगारू मदर प्रक्रिया
सुपौल : जिले में ठंड दस्तक दे चुकी है। ऐसे में नवजातों के स्वास्थ्य के प्रति अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। नवजातों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम रहती है। ऐसे में नवजात शीघ्र ही संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। नवजात जो केवल और सिर्फ केवल अपने माँ के स्तनपान पर निर्भर हैं, उनके लिए उनकी माँ का स्वस्थ्य रहना बहुत जरूरी है। इसके लिए आवश्यक सावधानियों के साथ स्तनपान करा रही माताओं को उचित पोषण बहुत जरूरी है।
सिविल सर्जन डा. मिहिर कुमार वर्मा ने बताया ठंड के मौसम में नवजातों का सर्दी जुकाम ग्रसित हो जाना एक आम समस्या है। इसके लिए जरूरी है कि माताएं नवजातों को सर्दी जुकाम से बचायें। इसके लिए आवश्यक सावधानियों के तहत जरूरी है कि नवजात अधिक देर तक गीले न रहने पाये, सुनिश्चित करना जरूरी है। नवजातों की प्रतिक्रियाओं पर ध्यान रखकर इस बात की पहचान आसानी की जा सकती है वे मूत्र त्याग कर गीले कपड़े में हैं। गीले कपड़ों को शीघ्र बदलना एवं नये कपड़े अच्छी तरह से सुखे एवं संक्रमण मुक्त रहने चाहिए। इसके लिए नवजातों को लपेटने में उपयोग की जा रही कपड़ों की संख्या अधिक होनी चाहिए। बाहरी संक्रमण से बचाने के लिए नवजात के लिए उपयोग में लाये जा रहे कमरे की साफ-सफाई एवं नवजात के पास पहुँचने वाले लोगों का स्वच्छता के नियमों का पालना करना जरूरी है। नवजातों के पास संक्रमण पहुँचाने में नवजात के पास पहुँचे बाहरी कारकों की भूमिका मुख्य रहती है। ऐसे में लक्षण विहिन वयस्क व्यक्ति संक्रमण के वाहक के तौर पर कार्य करते हैं। नवजात की माता को भी चाहिए कि वे सामाजिक दूरी के नियमों का पालन कर स्वयं को संक्रमित न होने दें। नवजात का सीधा संबंध उनकी माँ से अधिक समय तक रहता है। इसलिए माँ का संक्रमण मुक्त रहना बहुत जरूरी है। नवजात सिर्फ और केवल सिर्फ अपनी माँ के दूध पर ही आश्रित है, इसके लिए माँ में बनने वाला दूध नवजात के पोषण की सभी आवश्यकताओं से परिपूर्ण हो इसके लिए स्तनपान करा रही माताओं को पोषण से भरपुर आहार का सेवन करना जरूरी है।
ठंड के मौसम में रातें बड़ी और काफी ठंडी रहती हैं। नवजातों को सर्दी जुकाम से बचाने के लिए पूरे रात गर्म रखना बहुत जरूरी है। ऐेसे में कंगारू मदर प्रक्रिया काफी हद तक नवजातों को खासकर रात में गर्म रखने में काफी मददगार सावित हो सकती है। इसके लिए नवजातों को माँ अपने से चिपका कर रखें ताकि माता के शरीर की गर्मी से नवजात भी पूरी रात गर्म रह सके। कमरे का तापमान सामान्य रखने के लिए धुआँरहित उपायों का उपयोग करें।