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सुपौल/ नवम्बर माह में एक हजार से अधिक लोग उठा चुके हैं ई-संजीवनी आधारित टेलीमेडिसीन सेवा का लाभ

25 हब एवं 205 स्पोक्स हैं कार्यरत

जिले में ई-संजीवनी एप के माध्यम से ओपीडी प्रत्येक दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चलायी जा रही

वेब आधारित इस स्वास्थ्य सुविधा को प्राप्त करने के लिए लोगों को अब अस्पताल नहीं आना पड़ता

संजीवनी एप के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच सुदूर ग्रामीण इलाकों में पहुँचाने में काफी सहायता मिल रही

सुपौल : ई-संजीवनी एप के माध्यम से जिले में लोगों का उपचार किया जा रहा है। वेब आधारित इस स्वास्थ्य सुविधा को प्राप्त करने के लिए लोगों को अब अस्पताल नहीं आना पड़ता है। इसके लिए जिले में 25 हब एवं 205 स्पोक्स बनाये गये हैं। जिनके माध्यम से प्रत्येक दिन लोगों को मोबाइल आधारित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। ई-संजीवनी एप के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को खासकर सामान्य स्वास्थ्य परेशानियों को दूर करने में काफी सहायता मिल रही है।

ई-संजीवनी के जिला नोडल पदाधिकारी बाल कृष्ण चौधरी ने बताया नवम्बर माह में अबतक 1 हजार 200 से अधिक लोगों द्वारा इसका लाभ उठाया जा चुका है। जिले में कार्यरत 205 स्पोक्स के माध्यम से 25 हबों में उपस्थित चिकित्सकों द्वारा ऑनलाइन मरीजों से सम्पर्क कर उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के अनुरूप चिकित्सा उपलब्ध करायी जा रही है। बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को जन साधारण तक बिना किसी भेदभाव के पहुँचाने में ई-संजीवनी एप एक अहम भूमिका अदा कर रही है। वर्त्तमान परिदृश्य में वेब आधारित स्वास्थ्य सेवा एक आवश्यकता बन कर उभर रही है। इसके कई लाभ भी हैं। इसका लाभ लेने के लिए लोगों को अस्पताल नहीं जाना पड़ता है। एक बार ई-संजीवनी पोर्टल पर इलाज कराने के बाद आपके रिकार्ड ऑनलाइन अद्यतन होते रहते हैं, जिससे लाभार्थी के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी चिकित्सकों को आसानी से उपलब्ध हो जाती है। इससे मरीज को पूर्व में किसी बीमारी का उपचार किया गया था और कौन-कौन सी औषधियाँ दी गई थी आदि।

बाल कृष्ण चौधरी ने बताया ई-संजीवनी एप के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच सुदूर ग्रामीण इलाकों में पहुँचाने में काफी सहायता मिल रही है। जिले में कार्यरत स्पोक्स के माध्यम से ग्रामीण इलाकों के लोग अपना इलाज करवाने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने बताया ई-संजीवनी एप के माध्यम से जिले में कार्यरत स्पोक्स द्वारा मरीजों को दवा भी उपलब्ध करायी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में इसके प्रति दिन व दिन रूझान बढ़ता जा रहा है। सरकार द्वारा आरंभ की गई इस अतिमहत्वाकांक्षी योजना का लाभ लोगों द्वारा उठाया जा रहा है। जिले में ई-संजीवनी एप के माध्यम से ओपीडी प्रत्येक दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चलायी जा रही है। जिसमें मरीजों को वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श दी जा रही हैं। इसके साथ हीं ऑनलाइन प्रिस्क्रिप्शन भी लिखी जा रही है।