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सुपौल/ स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को ग्रामीण स्तर तक पहुंचाने का माध्यम है ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस

लाभार्थियों को एक दिन पूर्व सूचित कर आयोजित किये जाते हैं सत्र

टेलीमेडिसीन के माध्यम से फ्री में करायें इलाज

सुपौल : ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) सामुदायिक स्तर पर निवारक और विकास सेवाएं प्रदान करने का माध्यम है। जिसमें प्रजनन, मातृ, नवजात, बच्चे और किशोर स्वास्थ्य, संचारी और गैर संचारी रोग के लिए बुनियादी स्वास्थ्य और परामर्श सेवाएं शामिल हैं। पोषण के तहत इसमें विकास की निगरानी, स्तनपान और पूरक आहार, मातृ पोषण, सूक्ष्म पोषक तत्व आदि से संबंधित सेवाएं और परामर्श, बच्चों के लिए प्रारंभिक बचपन का विकास, उम्र के अनुकूल खेल और संचार, स्वच्छता को बढ़ावा देने, हाथ धोने, सुरक्षित पेयजल और शौचालयों के उपयोग आदि शामिल हैं।

लाभार्थियों को एक दिन पूर्व सूचित कर आयोजित किये जाते हैं सत्र-
जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो0 मिन्नतुल्लाह ने बताया सामुदायिक स्तर पर माह में एक बार आंगनबाडी/चिह्नित केन्द्रों पर वीएचएसएनडी का आयोजन किया जाता है। क्षेत्र की एएनएम मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा तैयार की गई लाभार्थी सूची के आधार पर अपने पोषण क्षेत्र के लिए मासिक वीएचएसएनडी योजना तैयार की जाती है। आयोजित सत्र की तिथि और समय आंगनबाड़ी केंद्रों और उप केंद्रों में सेवा प्रदाता और उनके नाम के साथ प्रदर्शित की जाती है। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एमसीपी कार्ड के साथ वीएचएसएनडी सत्र आयोजन स्थल पर एक दिन पूर्व लाभार्थियों को सूचित करते हैं। योजना के अनुसार सत्र के दौरान वीएचएसएनडी में सभी आवश्यक गतिविधियों और सेवा वितरण को करने के लिए दवाएं और आपूर्ति उपलब्ध कराई जाती है। सत्र कम से कम चार घंटे के लिए आयोजित किया जाता जिसमें से कम से कम एक घंटा समूह परामर्श सत्र के लिए समर्पित होता है।

टेलीमेडिसीन के माध्यम से फ्री में करायें इलाज-
जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो0 मिन्नतुल्लाह ने बताया सामुदायिक स्तर पर सरकार द्वारा संचालित यह कार्यक्रम एक साथ कई आयामों एवं उद्देश्यों को पूरा करता है। जिसमें महिलाओं के लिए प्रजनन, मातृ सेवाएं, नवजात बच्चों की देखभाल, स्तनपान को बढ़ावा, शिशुओं के समुचित विकास के लिए पूरक आहारों की जानकारी साझा करना, मातृ पोषण, सूक्ष्म पोषक तत्वों का शारीरिक विकास में महत्व आदि से अवगत कराना है। ताकि गांवों में रह रही महिलाएं इसका लाभ ले सकें। इसके लिए उचित प्रदर्शनी माध्यमों का भी उपयोग इन सत्रों के आयोजन के दौरान किया जाता है। ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के मौके पर टेलीमेडिसीन की भी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से घर बैठे अपना फ्री में इलाज सरकारी चिकित्सकों से करवा सकते हैं। इसके लिए अस्पताल आने की जरूरत नहीं पड़ती है। लोग इसका लाभ भी उठा रहे हैं।