चंडीगढ़/ पंजाब एण्ड हरियाणा हाईकोर्ट परिसर में लगाया गया रक्तदान शिविर
शिविर में 183 रक्तदाताओं ने किया रक्तदान
बार एसोसिएशन, विश्वास फाउंडेशन, एचडीएफसी बैंक व हाईकोर्ट एम्प्लॉईज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से शिविर का किया गया आयोजन
चंडीगढ़ : पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, विश्वास फाउंडेशन, एचडीएफसी बैंक व हाईकोर्ट एम्प्लॉईज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट परिसर में गेट नंबर 2 के सामने पार्किंग स्थल में बुधवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी यूटी चंडीगढ़ से सुशील कुमार व पंजाब स्टेट चंडीगढ़ से राकेश कुमारी ने अहम भूमिका निभाई। शिविर सुबह 10 बजे शुरू हुआ और दोपहर बाद 4 बजे तक चला। आजकल गर्मियों व डेंगू की वजह से अस्पतालों में रक्त व प्लेटलेट्स कॉमपोनेन्टस की भारी मात्रा में कमी चल रही है इसी को देखते हुए विश्वास फाउंडेशन द्वारा लगातार रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे है ।
विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि रक्तदान शिविर का उद्घाटन जस्टिस अवनीश झींगन, जस्टिस विनोद एस भारद्वाज, जस्टिस विकास बहल व त्रिभुवन धईया ने संयुक्त रूप से मिलकर दीप प्रज्वलित करके किया। उन्होंने रक्तदाताओं को बैज लगाकर उनकी हौंसला अफजाई भी की। शिविर को सफल बनाने में पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन से प्रेसीडेंट संतोखविंद्र सिंह ग्रेवाल नाभा, वाईस प्रेसीडेंट करन नेहरा, आनरेरी सचिव विशाल अग्रवाल, जॉइन्ट सचिव कनू शर्मा, ट्रेशरर साहिल गंभीर, हाई कोर्ट एम्प्लॉईस वेल्फेयर एसोसिएशन से भरत पंवर, राजिंदर भाटिया, सुमित गुलाटी, एडवोकेट संजीव शर्मा, स्पेशल सेक्रेटरी मनोज कुमार का सहयोग अति सराहनीय रहा।
ब्लड बैंक पीजीआई चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर अपलक गर्ग व डॉक्टर आरुषि की देखरेख में रक्त एकत्रित किया। शिविर में 242 लोगों ने रक्तदान करने के लिए पंजीकृत करवाया। डॉक्टरों द्वारा 59 को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह से रक्तदान करने के लिए मना कर दिया गया। कुल 183 यूनिट्स रक्त एकत्रित हुआ।
न्याय मूर्ति अवनीश झींगन ने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है। रक्त ही एकमात्र ऐसा पदार्थ है जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं किया जा सकता।
संजीव शर्मा व मनोज कुमार ने बताया कि केवल स्वयं अपनी मर्जी से रक्तदाताओं द्वारा रक्तदान करने से ही रक्त की कमी पूरी की जा सकती है। पहले रक्तदान जब जरूरत होती थी तब किया जाता था। अब तो कई लोग ऐसे भी हैं, जो जन्मदिन और शादी की सालगिरह पर भी रक्तदान करते हैं। रक्तदान जीवन का सबसे बड़ा दान है, जिससे मनुष्य ना जाति देखता है ना धर्म देखता। यह मनुष्य के लिए जीवन का सबसे पुनीत कार्य है। रक्तदान करके ही हम जरूरतमंदों की जान बचा सकते हैं।
रक्तदान शिविर में आए सभी रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से यशपाल अग्रवाल, साध्वी शक्ति विश्वास, सुरेन्द्र कुमार बंसल, राजेन्द्र गुलाटी, मंजूला गुलाटी, मुलखराज मनोचा, सुनीता मनोचा, साध्वी प्रीति विश्वास, मधु खन्ना, विकास कालिया, श्यामसुन्दर साहनी, सविता साहनी व अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।