सुपौल/ टीबी का सफल इलाज संभव : इसे बीच में न छोड़ें
छिपाने से नहीं इलाज करवाने से ठीक होगा टीबी
सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में किया जा रहा है मुफ्त इलाज
सुपौल : टीबी अब लाइलाज नहीं रह गया है। सरकार देश को टीबी मुक्त करने के लिए प्रयासरत है। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इसकी जांच से लेकर सफल इलाज तक की सभी प्रक्रियाएं बिलकुल मुफ्त प्रदान की जाती हैं। टीबी एक संक्रामक बीमारी है। जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। संक्रामक बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए जरूरी है कि इसकी कड़ी को तोड़ा जाय। इसके लिए सरकार द्वारा अभियान चलाकर टीबी मरीजों की खोज एवं उनका सफल इलाज किया जाता रहा है। सरकार 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का हरसंभव प्रयास कर रही है।
6 माह तक नियमित दवा सेवन कर हुए स्वस्थ्य-
जिले के सुधीर राम, पिता- जगदीश राम, उम्र 35 वर्ष पता- राम टोला, वार्ड न0- 10, छातापुर सुपौल जो अपनी सामान्य बीमारी का इलाज करवाने सदर अस्पताल सहरसा पहुंचे थे। चिकित्सकों को इनके टीबी संक्रमित होने का संदेह होने पर इनकी जांच करवाने पर इस बात की पुष्टि हुई कि वे टीबी से संक्रमित हैं। इसके बाद सदर अस्पताल सुपौल द्वारा इनके टीबी का इलाज आरंभ किया गया। लगातार 6 माह तक सदर अस्पताल सुपौल के चिकित्सकों की देख रेख में नियमित रुप से दवा का सेवन कर रामखेलावन शर्मा अब बिलकुल स्वस्थ्य है।
टीबी का सफल इलाज संभव:
सुधीर राम मजदूर हैं। जिनकी आय सीमित है। सरकारी अस्पताल से टीबी का सफल इलाज करवाकर काफी खुश हैं। उन्होंने बताया टीबी एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसका सफल इलाज अब संभव है। इसे छिपाने की नहीं बल्कि इसका उचित इलाज करवाने की आवश्यकता है। जैसा कि मैंने किया। मैं काफी कमजोरी महसूस कर रहा था। सामान्य बीमारी के लक्षण आने पर अपना इलाज करवाने सदर अस्पताल सुपौल 2022 में पहुँचा था। जहां कुशल चिकित्सकों द्वारा मेरी जांच करवायी गई, जिसमें मुझे टीबी होने की पुष्टि हुई। यह जानकर मैं काफी डर गया था। लेकिन अस्पताल में मुझे देख रहे चिकित्सक द्वारा मुझे ढ़ाढस दिलाया गया। उनके द्वारा कहा गया कि इसका पूरा इलाज संभव है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि टीबी से ठीक होकर मैं पहले की तरह अपना काम करने लगूंगा। इलाज के बाद अब पूर्णतः ठीक हूँ। मुझे किसी प्रकार की कमजोरी अब नहीं रहती है। मैं अपनी किसानी का कार्य कुशलता पूर्वक कर रहा हूँ।
बीच में इलाज न छोड़ें-
सुधीर राम ने बताया मेरे टीबी संक्रमित होने की पुष्टि के बाद मेरा इलाज जिला यक्षमा केन्द्र में पदस्थापित विशेषज्ञ चिकित्सकों की देख-रेख में आरंभ कर दिया गया। उनके द्वारा दी गयी दवाओं का नियमित सेवन करने के एक महीने के बाद ही मैं काफी स्वस्थ्य महसूस करने लगा था। इसकी जानकारी जब मेरे द्वारा चिकित्सकों को दी गयी तो उन्होंने बताया टीबी को पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए जरूरी है कि इसका कोर्स पूरा करना आवश्यक है। टीबी का इलाज बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। इससे टीबी पूरी तरह ठीक नहीं होता है बल्कि इसके बाद टीबी और गंभीर प्रवृति का रूप ले लेती है। इसलिए टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए जरूरी है कि उसका कोर्स होने तक दवाओं का नियमित सेवन करते रहना चाहिए। मेरे द्वारा चिकित्सकों के परामर्श अनुरूप छः माह तक नियमित रूप से दवा का सेवन करने के बाद अब मैं पूरी तरह स्वास्थ्य हो गया हूँ।