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चंडीगढ़/पंजाब के राज्यपाल सह चंडीगढ़ प्रशासक ने पेट्रोलियम संरक्षण अभियान “सक्षम 2022” का का किया शुभारंभ

पेट्रोलियम उत्पादों का उचित और सही उपयोग ही समय की मांग’’ : पंजाब राज्यपाल 

 

पेट्रोलियम संरक्षण आदि के लिए उपस्थित सभी लोगों को राज्यपाल ने दिलाई शपथ 

चंडीगढ़ : माननीय श्री बनवारीलाल पुरोहित (पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक) ने कल 20 दिन जारी रहने वाले अभियान, सक्षम 2022 (संरक्षण क्षमता महोत्सव) का उद्घाटन किया। देश की संपूर्ण बेहतरी के लिए पेट्रोलियम संरक्षण की तीव्र आवश्यकता के बारे में नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से ये महत्वपूर्ण अभियान कल यहां महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान, सेक्टर 26 में शुरू हुआ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में श्री बनवारीलाल पुरोहित ने कहा कि ‘‘विभिन्न उपयोग वर्गों में पेट्रोलियम उत्पादों का उचित और समुचित उपयोग सुनिश्चित करना समय की आवश्यकता है। मुझे विश्वास है कि यह महीना पंजाब में तेल उद्योग के सदस्यों द्वारा नियोजित विभिन्न जन जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से तेल और गैस के संरक्षण को बढ़ावा देने में एक लंबा सफर तय करेगा। जो कि भविष्य के लिए भी एक सार्थक कदम साबित होगा।’’

इस वर्ष सक्षम की थीम हरित और स्वच्छ ऊर्जा के माध्यम से आजादी का अमृत महोत्सव है। पीसीआरए (पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ) और तेल सार्वजनिक उपक्रमों के माध्यम से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय पूरे भारत में ईंधन संरक्षण अभियान संचालित कर रहा है।

माननीय राज्यपाल ने पेट्रोलियम उत्पादों के विवेकपूर्ण उपयोग की आवश्यकता के बारे में आम जनता और कीमती पेट्रोलियम उत्पादों के अंतिम उपयोगकर्ताओं के बीच जागरूकता पैदा करने की तेल उद्योग पहल की सराहना की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए माननीय श्री बनवारीलाल पुरोहित, पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक श्री बनवारीलाल पुरोहित ने कहा कि ‘‘एलपीजी और मिट्टी के तेल जैसे पेट्रोलियम उत्पाद अभी भी जनता को रियायती दरों पर बेचे जाते हैं, जो सरकारी खजाने के साथ-साथ तेल कंपनियों पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव डालते हैं। तेल आयात पर देश की भारी निर्भरता गंभीर चिंता का विषय है। विभिन्न माध्यमों से पेट्रोलियम उत्पादों के कुशल उपयोग और संरक्षण आज के दौर में एक अनिवार्य आवश्यकता है।’’

उन्होंने आगे कहा कि ‘‘सक्षम 2022 का थीम हरित और स्वच्छ ऊर्जा के माध्यम से आजादी का अमृत महोत्सव है। इसलिए, मैं प्रत्येक नागरिक से आग्रह करता हूं कि वे जहां तक संभव हो जीवाश्म ईंधन (बॉयो फ्यूल) का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करें ताकि स्वच्छ, सुरक्षित, स्वस्थ और समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकें। मैं सभी नागरिकों को इथेनॉल मिश्रित ईंधन, बायो गैस, एलपीजी, सीएनजी, पीएनजी और सीबीजी जैसे स्वच्छ ईंधनों को अपनाने का आग्रह करता हूं।’’

जितेंद्र कुमार, राज्य स्तरीय समन्वयक (तेल उद्योग) (स्टेट लेवल कोऑर्डिनेटर-ऑयल इंडस्ट्री), पंजाब और कार्यकारी निदेशक, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, चंडीगढ़ ने इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि ‘‘ईंधन संरक्षण और दक्षता उपायों से न केवल भारी आयात बिल की बचत होगी, बल्कि उसे कम करने में भी मदद मिलेगी। ग्रीन हाउस गैसें और अन्य हानिकारक प्रदूषक इस प्रकार नागरिकों और पर्यावरण के स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं। इस दृष्टि से, इस अभियान का उद्देश्य पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण और विभिन्न लोक-संपर्क गतिविधियों के माध्यम से प्रभावी उपयोग के लिए आवश्यकता, मुद्दों और समाधानों के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने के प्रयासों को तेज करना है।’’

उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे यकीन है कि यह महीना पंजाब में तेल उद्योग के सदस्यों द्वारा नियोजित विभिन्न जन जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से तेल और गैस के संरक्षण को बढ़ावा देने में एक लंबा सफर तय करेगा।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘भारत अपनी तेल जरूरतों का 82 प्रतिशत हिस्सा आयात करता है और भारत सरकार का लक्ष्य है इसे स्थानीय स्तर पर तेल खोज, नवीकरणीय ऊर्जा और स्वदेशी इथेनॉल आधारित ईंधन के साथ प्रतिस्थापित करके इस वर्ष, यानी 2022 तक इसे 67 प्रतिशत तक कम किया जाए।’’

सुबोध चौधरी, राज्य स्तरीय समन्वयक (तेल उद्योग), यू.टी. चंडीगढ़ और उप महाप्रबंधक (रिटेल), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय ने इस अवसर पर अपना बहुमूल्य समय निकालने के लिए मुख्य अतिथि और अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। श्री सुबोध चौधरी ने वहां उपस्थित सभी लोगों को अपने दैनिक जीवन में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी बचाने की आदत डालने की आवश्यकता का संदेश दिया।

इस दौरान समारोह में विशेष तौर पर उपस्थित अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में, ललित भट्ट, चीफ जनरल मैनेजर, विपणन, गेल इंडिया लिमिटेड; मोहित भाटिया, स्टेट हेड (पंजाब, जम्मू-कश्मीर, और चंडीगढ़), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, चंडीगढ़ और गिरीश जैन, चीफ जनरल मैनेजर, आईओसी, चंडीगढ़ भी शामिल थे।

इस अवसर पर सभी तेल कंपनियों के अधिकारी, चंडीगढ़ के एलपीजी वितरक, चंडीगढ़ के रिटेल आउटलेट डीलर, चंडीगढ़ के ल्यूब डिस्ट्रीब्यूटर्स, शिक्षक, स्कूली बच्चे, परिवहन क्षेत्र, कृषि, औद्योगिक क्षेत्रों के विभिन्न प्रतिभागी भी उपस्थित थे।

इस दौरान आयोजन में सभी को दैनिक जीवन में तेल और गैस बचाने के टिप्स देने वाली एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।

इस तेल संरक्षण अभियान के दौरान चंडीगढ़ और पंजाब के विभिन्न जिलों में इस से संबंधित विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इनमें वाद-विवाद, समूह वार्ता, नुक्कड़ नाटक, साइकिल रैली और दीवार पेंटिंग प्रतियोगिताओं के माध्यम से स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर ईंधन संरक्षण प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम/समूह चर्चा पर अभियान शामिल हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों, औद्योगिक क्षेत्रों और परिवहन क्षेत्रों में कार्यशालाओं के माध्यम से ईंधन संरक्षण पर अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही रेडियो और सोशल मीडिया पर जिंगल-ट्वीट्स/फेसबुक आदि भी पोस्ट किए जाएंगे और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। अभियान की अवधि के दौरान चंडीगढ़ और पंजाब में एक मोबाइल वैन तेल और गैस संरक्षण का संदेश फैलाएगी।

रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों, हाउसिंग सोसाइटियों और कॉलोनियों में तेल एवं गैस संरक्षण पर सामूहिक वार्ता होगी। ईंधन संरक्षण अभियान का समापन समारोह 29 अप्रैल, 2022 को आयोजित किया जाएगा जिसमें विजेताओं को पुरस्कार दिए जाएंगे।

इसके अलावा, अभियान में ईंधन संरक्षण पर ऑनलाइन प्रतिज्ञा, ईंधन कुशल ड्राइविंग प्रतियोगिता, सुरक्षा और संरक्षण युक्तियों को कवर करने वाली एलपीजी पंचायतें और एलपीजी बचत युक्तियों पर एलपीजी डिलीवरी बॉय का प्रशिक्षण शामिल होगा।