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दरभंगा/ अल्लालपट्टी के नि:शुल्क अस्थायी कोविड केयर एवम् रिकवरी सेंटर में एक 76 साल की अम्मा ने कोरोना को दी मात

✍️ हरिमोहन चौधरी, दरभंगा (बिहार)

 

दरभंगा : पिछले दिनों डॉ. ज़ाकिर हुसैन टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, अल्लालपट्टी मे टीम यूनाइट फ़ॉर चेंज के द्वारा एक नि:शुल्क अस्थायी कोविड केयर एवम् रिकवरी सेंटर शरू हुआ था जिसकी अगवाई डॉक्टर मशकूर अहमद उस्मानी ने की, उनके नेतृत्व में ये सेंटर चल रहा है। वर्तमान में कांग्रेस के नेता मशकूर उस्मानी विधानसभा चुनाव 2020 में जाले विधानसभा से महागठबंधन की और से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी भी रहे है। वो पहले एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके है।

आज इस कोविड सेंटर से एक 76 साल की अम्मा ने कोरोना को मात दी। अब वो स्वस्थ है और डिस्चार्ज होकर अपने घर पे है। उस्मानी ने कहा की इस बीमारी से डरने की ज़रूरत नहीं है बल्कि साथ मिलकर हिम्मत के साथ लड़ने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा की यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि आज हमारे कोविड केयर एंड रिकवरी सेंटर से 3 मरीज़ सफलतापूर्वक ठीक हो कर डिस्चार्ज हो गए। सभी मरीजों का इलाज नि:शुल्क किया जा रहा है। तीन मरीज़ कोरोना को मात देकर अपने घर को गए है। इसका श्रेय नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों की टीम को जाता है जो इस महामारी मे निस्वार्थ सेवा कर रहे है।

इस निशुल्क कोविड सेंटर पर मरीजों के लिए आइसोलेशन बेड ,ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए हैं। इस रिकवरी सेंटर का मुख्य उद्देश्य लोगों को बुनियादी दवा के साथ मुफ़्त इलाज और मरीज़ एवम् उनके परिजनों को भोजन उपलब्ध कराना है।

यूनाइट फ़ॉर चेंज के 20 से अधिक सदस्य कोविड रोगियों की मदद के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। उस्मानी कहते हैं कि “हमारे इस कोविड सेंटर में मरीजों का इलाज बिना किसी ख़र्च के किया जा रहा है, इस समय जब बिहार में ग़रीबो को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। हम जैसे संगठन ही हैं जो लोगों की जान बचाने के लिए आगे आ रहे हैं। “उन्होंने आगे कहा कि कोविड संकट के बीच मरीज़ अवसाद के दौर से गुज़र रहे हैं ऐसे में हमारे सेवक उनकी काउंसिलिंग भी कर रहे हैं। डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ़ 24 घण्टे वहां मौजूद रहते है। सीनियर डॉक्टर की निगरानी में सारे मरीज़ का इलाज चल रहा है। हल्के लक्षणों वाले रोगियों के लिए ओपीडी भी उपलब्ध है जो सुभह 9 बजे से शुरू हो जाती है।

उस्मानी कहते है की हम कोशिश कर रहे हैं कि हम अपने संसाधनों का ज़्यादा से ज़्यादा विस्तार करें ताकि कोई भी निराश होकर न लौटे और अधिक से अधिक रोगियों का इलाज बिना किसी देरी के मुफ़्त में किया जा सके। अब महामारी ग्रामीण भारत मे अपने पैर पसार चुकी है और ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा दयनीय है। इसलिये हमने इस सेंटर को मिथलांचल के लोगों की सेवा करने को पूर्ण रूप से तैयार किया है।

डॉक्टर उस्मानी ने संस्था के सदस्यों अदील आज़म, शादाब अख्तर, असजद, दानिश, इंज़माम, दीपक, रिज़वान, त्रिपुरारि, अकीब उर्फ टिपु, शिवम झा, नज़मी को धन्यवाद दिया जो मरीज़ों की मदद के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। उस्मानी ने इस काम मे मदद करने वाले तमाम समर्थकों और शुभचिंतको का भी आभार व्यक्त किया। बिहार राज्य में यह कोविड केन्द्र अपने आप मे पहला और अनूठा है। जिसे किसी राजनिति व्यक्ति या संस्था ने ऐसे रोगियों के लिए प्रारंभ किया है जो कोरोना के हल्के से मध्यम लक्षणों से जूझ रहे हैं। केंद्र में भर्ती अन्य रोगियों के लिए प्रार्थना की अपील भी की गई।