सुपौल/ गली नली योजना में लूट : पैर देते ही धस जाता है नाले का ढक्कन
✍️ अमरेश कुमार, सुपौल
पिपरा (सुपौल) : भ्रष्टाचार को लेकर सरकार लाख कोशिश कर रही है। पर आलम ये है कि भ्रष्टाचार रुकने के वजाय बढ़ते नजर आ रहा है। ताजा मामला नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय से जुड़ा हुआ है। जिसमे निर्माण कर्ता ने अनियमितता की सारे हदों को पार कर दिया।
दरअसल ये मामला पिपरा प्रखंड से जुड़ा हुआ है। जहां दुबियाही पंचायत के वार्ड नं 8 में इन दिनों सात निश्चय योजना से गली नाली का निर्माण किया जा रहा है। जानकार सूत्र की माने तो करीब पांच सौ फीट नाले का निर्माण कार्य शुरू किया गया जिसमें करीब 3 सौ फिट नाले का निर्माण किया जा चुका है। स्थानीय लोगों की माने तो नाले के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई है। जो तश्वीरों में भी देखा जा सकता है। नाले के ढक्कन पर पैर देते ही ढक्कन टूट जाता है। ऐसे में ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विभागीय अधिकारी को कर दी। जिसके बाद संबंधित जेई संतोष कुमार स्थल पर पहुंच निर्माण कार्य का जायजा लिया जिसमे ब्यापक पैमाने पर अनियमितता की बात सामने आई है। हालांकि घटिया तरीके से बनाये गए नाले को फिलहाल तोड़ने का फरमान दिया गया है। लेकिन नाले के निर्माण में बरती गई अनियमितता चर्चा का विषय बन गया है।
आखिर करीब तीन सौ फीट नाले का निर्माण कैसे हो गया, क्या संबंधित जेई के अनुपस्थिति में निर्माण किया गया है, क्या एस्टीमेट के हिसाब से कार्य किया गया है, क्या ग्रामीण अगर शिकायत नहीं करते तो नाले निर्माण में अनियमितता की पोल नहीं खुलती या कुछ और भी बातें भी हो सकती है। बहुत सारे सवाल है जिसका उत्तर संबंधित विभाग को देना चाहिए। फिलहाल निर्मित नाले को तोड़ने का निर्देश जेई साहब ने दिया है।