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मोहाली/ फोर्टिस हॉस्पिटल ने की उत्तरी क्षेत्र के लिए साइक- एड 2023 के जोनल फाइनल की मेजबानी

✍️ सोहन रावत, चंडीगढ़

मोहाली : फोर्टिस हॉस्पिटल ने मंगलवार  नेशनल साइकोलाॅजी क्चिज प्रोग्राम साइक- एड 2023 के 7वें संस्करण के जोनल फाइनल का आयोजन किया और नेशनल फाइनल में प्रवेश करने के लिए क्षेत्र के अन्य स्कूलों से मुकाबला किया।

साइक- एड, फोर्टिस हेल्थकेयर द्वारा स्कूली छात्रों के लिए आयोजित नेशनल लेवल की एनुअल साइकोलाॅजी क्विज़ प्रतियोगिता है । इसके इस 7वें संस्करण में 880 से अधिक स्कूलों की भागीदारी देखी गई। जैसे ही साइक- एड का ऑनलाइन राउंड लाइव हुआ, भारत भर के 190 से अधिक शहरों के 11,000 से अधिक प्रतिभागियों ने एक साथ क्विज में भाग लिया। यह क्विज ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य मनोविज्ञान और इसकी अवधारणाओं के बारे में उनके ज्ञान का परीक्षण करना है। साइकएड 2023 को जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी, प्रोजेक्ट सीएसीए, रूपा पब्लिकेशंस, आईपीएन फाउंडेशन, गेटअवे आइस क्रीम और डेसर्ट विद लावा मोबाइल्स द्वारा समर्थित किया गया था।

क्विज की परिकल्पना और क्रियान्वयन फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम, फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड के चेयरपर्सन डॉ. समीर पारिख की नेतृत्व में किया गया था। क्विज का उद्देश्य यह सुनिश्चित करते हुए शिक्षण प्रदान करना है कि यह अनुशासन छात्रों के लिए आकर्षक और मनोरंजक बना रहे। इस अनूठी पहल पर बोलते हुए, डॉ. समीर पारिख ने कहा, “हमारे प्रयासों का उद्देश्य एक बहुत बड़े कारण की वकालत करना है – मानसिक स्वास्थ्य को संवेदनशील बनाना और कलंकमुक्त करना और स्कूली छात्रों के लिए मनोविज्ञान पर ज्ञान प्राप्त करने को प्रोत्साहित करना। क्विज मनोरंजन के साथ सीखने का एक अनोखा तरीका है! फोर्टिस हेल्थकेयर देश के कुछ चुनिंदा हेल्थकेयर डिलीवरी संस्थानों में से एक है जो मानसिक स्वास्थ्य पर शिक्षा को प्राथमिकता देता है।

रायन इंटरनेशनल स्कूल की विजेता टीम, जिसमें हरकरपा कौर, श्रेया शर्मा और उनके शिक्षक तन्वी शामिल थे, ने कहा, “हम दिल्ली जाने के लिए बहुत उत्साहित हैं! हम अपने मनोविज्ञान शिक्षक को सबसे अधिक धन्यवाद देना चाहते हैं – हम काफी घबराए हुए थे, लेकिन उन्होंने हम पर विश्वास किया और हमें तैयारी करने में मदद की।

फोर्टिस हाॅस्पिटल, मोहाली के हेड़ एसबीयू अभिजीत सिंह ने कहा कि साइक एड युवा दिमागों को सुसज्जित और समृद्ध करने का हमारा प्रयास है, क्योंकि हमारा मानना है कि महान दिमाग एक महान राष्ट्र का निर्माण करते हैं। एक देश के रूप में, मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की बहुत आवश्यकता है और इस तरह की पहल छात्रों को मनोविज्ञान को एक पेशे के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है।