मोहाली/ पंजाब के लोकपाल ने इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का किया उद्घाटन
मोहाली : पंजाब के लोकपाल जस्टिस विनोद के. शर्मा ने जिले में स्थित रयात बाहरा यूनिवर्सिटी (आरबीयू) में इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईएफसीटी) का उद्घाटन किया। आईएफसीटी, द लाइफस्टाइल जर्नलिस्ट मैगजीन द्वारा शुरू किया गया एक फैशन इंस्टीट्यूट है और इसे आरबीयू के सहयोग से एक इंडस्ट्री- एकेडमिया प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च और स्थापित किया गया है। इंस्टीट्यूट की स्थापना फैशन इंडस्ट्री की नई प्रेक्टिसिज और ट्रेंड्स को इंटीग्रेट कर स्टूडेंट्स को टॉप क्लास फैशन एजुकेशन प्रदान करने के लिए की गई है।
जस्टिस विनोद के.शर्मा ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि आजकल बच्चों में भी स्टाइल की समझ होती है और वे इस सेक्टर में गहरी दिलचस्पी दिखाते हैं। हमारे पढ़ाई के दिनों के दौरान हमारे पास करियर के सीमित विकल्प थे लेकिन अब करियर के कई सारे विकल्प हैं। खासकर फैशन इंडस्ट्री काफी तेजी से बढ़ रही है। आगे उन्होंने कहा कि आईएफसीटी में स्टूडेंट्स का भविष्य काफी उज्ज्वल है। उन्होंने स्टूडेंट्स को कड़ी मेहनत करने और उन्हें फैशन इंडस्ट्री में अपने लिए एक जगह बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
आईएफसीटी की डायरेक्टर, डॉ. नेहा मिगलानी ने कहा कि आईएफसीटी एक अनूठा और खास प्लेटफॉर्म है जहां स्टूडेंट्स को बेस्ट इंडस्ट्री प्रेक्टिसिज तक पहुंच प्राप्त होगी जो एकेडमिक्स में इंटीग्रेटेड हैं। इस वर्ष हमें अपने प्रोग्राम्स को लेकर काफी अच्छा रिस्पांस मिला है। इंस्टीट्यूट के पास काफी अनुभवी फैकेल्टी मैंबर, बेस्ट बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर और सभी तरह के उपकरणों से सुसज्जित लैब्स हैं। इसके साथ ही एक मजबूत इंडस्ट्री-ओरिएंटेड करीकुलम भी है।
आईएफसीटी फैशन और मास कम्युनिकेशन के एरिया में डिग्री और डिप्लोमा प्रोग्राम प्रदान करता है, जिसमें बीएससी-फैशन डिजाइन, बीएससी फैशन मैनेजमेंट, बीए (मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म), मेकअप और ब्यूटी थेरेपी में डिप्लोमा, फोटोग्राफी में डिप्लोमा और फैशन में पीएचडी प्रोग्राम शामिल हैं।
उद्घाटन के अवसर पर विशेष अतिथियों में पूर्व मेयर और अध्यक्ष, भाजपा चंडीगढ़ अरुण सूद एवं उमेश घई, काउंसलर, एमसी चंडीगढ़ शामिल थे। इस अवसर पर आरबीयू के चांसलर एस. गुरविंदर सिंह बाहरा भी आरबीयू के डीन और डायरेक्टरों और फैशन डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स के साथ उपस्थित थे।