दरभंगा/ क्षेत्र के विकास का एकमात्र समाधान है मिथिला राज्य : एमएसयू
कुशेश्वरस्थान (दरभंगा) : मिथिला स्टूडेंट यूनियन बरसों से मिथिला राज्य की मांग करते आ रही है । मंगलवार को स्थानीय कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मिथिला स्टूडेंट यूनियन के कुशेश्वर स्थान प्रभारी किसन कुमार झा ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा क्षेत्र की अनदेखी की जा रही है । उन्होंने कहा कि वे लोग लगातार अलग मिथिला राज्य की मांग कर रहे हैं उन्होंनें कहा कि मिथिला स्टूडेंट यूनियन के हजारों कार्यकर्ता मिथिला राज्य की मांग को लेकर 4 दिसम्बर को पटना जाकर राज्यभवन मार्च करेंगे ।
आगे उन्होंने कहा कि बिहार में सिर्फ मगध क्षेत्र का विकास हो रहा है । मिथिला में कहीं कोई काम नहीं हो रहा है । बड़े-बड़े विश्वविद्यालय मगध क्षेत्र में है और मिथिला में कुछ नहीं है । यही कारण है कि मिथिला के लोग परेशान हैं । उन्होंने कहा कि बार-बार मुख्यमंत्री कहते हैं कि 5 घंटे में पटना पहुंचा जा सकता है, हम कहना चाहते हैं कि हमें पटना नहीं चाहिए, हमें अपना अलग मिथिला राज्य चाहिए । इसकी मांग करने के लिए हम लोग 4 दिसम्बर को पटना में राज्यभवन मार्च करेंगे । अगर सरकार हमारी बात को नहीं सुनेगी, तो हम लोग अपने आंदोलन को और तेज करेंगे और मिथिला राज्य लेकर ही रहेंगे ।
वहीं जे के कॉलेज अध्यक्ष पारस पोद्दार ने कहा की विडंबना यह है कि मैथिली को आठवीं अनुसूची में शामिल किए हुए आज कई साल हो गए लेकिन, मिथिला में आज तक मैथिली में पढ़ाई की शुरुआत नहीं हुई है। वहीं जे के कॉलेज प्रभारी रुद्रमोहन चौधरी ने कहा कि मिथिला में न तो कोई नई यूनिवर्सिटी खोली गई है और न ही आज स्कूल, कॉलेजों में पर्याप्त शिक्षक हैं। ना केवल बिहार सरकार बल्कि केंद्र सरकार का भी मिथिला के प्रति सौतेला व्यवहार रहा है जो कि आज किसी से भी छिपा हुआ नहीं है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण दरभंगा में एम्स निर्माण की घोषणा है। घोषणा के बावजूद आज तक इस दिशा में कार्य में कुछ भी प्रगति नहीं हुई है। दरभंगा एयरपोर्ट का भी कमोबेश यही हाल है। यहां सुविधाओं के नाम पर घोर अभाव है। यह सब पक्षपात के तहत किया जा रहा है। यही वजह है कि अब अलग मिथिला राज्य की मांग जोर पकड़ने लगी है।