चंडीगढ़/ “ऊँची दुकान फीका पकवान” जैसा रहा अमित शाह का चंडीगढ़ आगमन : प्रेम गर्ग
चंडीगढ़ बासियों के लिए चंडीगढ़ में निकलने वाली सब नौकरियों में आरक्षण होना चाहिए
चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी चण्डीगढ़ के अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने कल श्री अमित शाह के चंडीगढ़ आगमन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चंडीगढ़ वासीयों को बहुत उम्मीद थी कि अमित शाह जी इस वार चंडीगढ़ यात्रा के दौरान शहर को कोई आश्चर्यजनक तोहफ़ा ज़रूर देकर जाएंगे । जैसा कि अभी कुछ दिन पहले चंडीगढ़ की सांसद श्रीमती किरण खेर आदरणीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी और गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से मिली थी और सुना था के उन्होंने चंडीगढ़ की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की थी । सांसद महोदया की मुलाक़ात के एकदम बाद गृह मंत्री की यात्रा के प्रोग्राम से ऐसा लग रहा था
कि लीज़ होल्ड से फ़्री होल्ड करने की और चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकानों में नीड़ बेसड चेंजेज़ को नियमित करने की घोषणा ज़रूर करेंगे । लेकिन ऐसा कुछ भी ना होना निराशाजनक है।
चंडीगढ़ के गांवों में नर्क जैसी ज़िंदगी जी रहे लोगों को भी किसी तरह की कोई राहत नहीं मिल रही । स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। लेकिन करोड़ों रुपया ख़र्च होने के बावजूद अभी भी थोड़ी सी बारिश में सारा शहर पानी पानी हो जाता है । सफ़ाई व्यवस्था के नाम पर लायंस कंपनी नाम का अभिशाप शहर के गले पड़ा हुआ है। ना तो सफ़ाई कर्मचारी ख़ुश हैं और ना ही जनता किसी भी बात पर संतुष्ट है । चाहे वो पानी के बिल हों या बिजली के बिल, पार्किंग की समस्या हो या ट्रैफ़िक की समस्या । किसी भी समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा। जैसे ड़द्दु माजरा में कूड़े का ढेर दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, उसी स्पीड से ठेकेदारों और अधिकारियों की जेबें भरती जा रही है। लेकिन आम जनता में त्राहि त्राहि मची हुई है।
चण्डीगढ़ के युवकों और युवतियों को किसी तरह की नौकरी में चण्डीगढ़ बासी होने का कोई फ़ायदा नहीं मिल रहा।जबकि बाक़ी सब राज्यों में राज्य वासियों के लिए आरक्षण का प्रावधान रहता है। आम आदमी पार्टी ये माँग करती है के चंडीगढ़ बासियों के लिए चंडीगढ़ में निकलने वाली सब नौकरियों में आरक्षण होना चाहिए ताकि चंडीगढ़ के लोगों को दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए भटकना न पड़े। स्मार्ट सिटी के नाम पर पब्लिक के पैसे का अपव्यय बंद होना चाहिए और प्रशासन, नगर निगम और स्मार्ट सिटी लिमिटेड, तीनो में विभागों का बँटवारा संयोजित ढंग से होना चाहिए।