केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 23-25 मई तक दावोस में विश्व आर्थिक मंच में टीम इंडिया का करेंगे नेतृत्व
पीयूष गोयल ने दावोस से पहले एक साझा एजेंडा तैयार करने के लिए राज्य सरकार के नेताओं और उद्योग प्रतिनिधियों से मुलाकात भी की
डब्ल्यूईएफ में भारत की भागीदारी वैश्विक धारणा को आकार देने में एक महत्वपूर्ण हितधारक के तौर पर अपनी स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी
पीयूष गोयल दावोस के बाद व्यापार वार्ता के लिए जाएंगे ब्रिटेन
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल 23-25 मई 2022 तक दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) में टीम इंडिया का नेतृत्व करेंगे। भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुखलाल मंडाविया और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी के अलावा छह राज्यों- मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना- के मुख्यमंत्री, वरिष्ठ मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। हरि एस. भरतिया, अमित कल्याणी, राजन भारती मित्तल, रोनी स्क्रूवाला, सलिल एस. पारेख सहित उद्योग जगत के कई वरिष्ठ नेता भी डब्ल्यूईएफ विचार-विमर्श में भाग लेंगे।
यह आयोजन वैश्विक धारणा को आकार देने में एक महत्वपूर्ण हितधारक के तौर पर भारत को अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद करेगा, विशेष तौर पर 2023 में भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता करने के संदर्भ में। डब्ल्यूईएफ भारत को इसके मजबूत आर्थिक विकास एवं स्थिर वृहतआर्थिक संकेतकों के साथ एक आकर्षक निवेश गंतव्य के तौर पर पेश करने के लिए एक मंच भी होगा।
यह वर्ष विश्व आर्थिक मंच की 50वीं वर्षगांठ और भारत के साथ मंच के सहयोग के 35 वर्ष पूरे होने को दर्शाता है जो भारत को केंद्र और राज्यों सहित अपनी एकीकृत उपस्थिति दिखाने का अवसर प्रदान करेगा। आजादी के 75 वर्ष और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को मनाने के लिए डीपीआईआईटी ने 22 से 26 मई 2022 तक विश्व आर्थिक मंच, दावोस में एक समेकित भारत को पेश करने की पहल की है। इंडिया लाउंज के साथ एक स्टेट लाउंज भी स्थापित गया जा रहा है।
भारत सरकार की प्राथमिकताओं के अनुरूप देश के सामरिक लाभ, मौजूदा एवं आगामी प्रोत्साहन ढांचे, उद्योग में निवेश की क्षमता और बाजार के अवसरों को ध्यान में रखते हुए इंडिया लाउंज में सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। सत्रों के दौरान जिन प्रमुख विषयों पर ध्यान दिया जाएगा उनमें नीतिगत एवं कारोबारी सुगमता में सुधार, ऊर्जा संक्रमण, डिजिटल अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन में अवसर, यूनिकॉर्न को आकार देने वाले एक उद्यमशील गंतव्य के रूप में भारत, डिजिटल क्षेत्र में बढ़ती प्रतिभाएं, स्वास्थ्य सेवा परिवेश में नवाचार एवं अनुसंधान शामिल हैं।
श्री पीयूष गोयल ने अपनी दावोस यात्रा से पहले कल पूरे भारत के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक पूर्व-प्रस्थान ब्रीफिंग सत्र आयोजित किया जिसमें केंद्र और राज्य सरकार के मंत्रियों एवं अधिकारियों के साथ-साथ भारतीय उद्योग जगत के प्रतिनिधि भी शामिल थे। इसके जरिये एक समेकित भारत की मौजूदगी को दर्शाया गया और इंडिया @75 की पृष्ठभूमि में एक साझा इंडिया-फर्स्ट रणनीति को अपनाने और दुनिया के लिए भारत के अगले 25 वर्षों के अवसरों को परिभाषित किया गया। पूरे भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने माननीय मंत्री के प्रस्ताव का उत्साहपूर्वक जवाब दिया और दावोस में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक के दौरान एक एकीकृत मोर्चा पेश करने पर सहमति जताई।
श्री पीयूष गोयल एफटीए वार्ता में हुई प्रगति और आगे की राह पर ब्रिटेन सरकार एवं वहां के कारोबारियों के साथ चर्चा करने के लिए 26 से 27 मई 2022 को ब्रिटेन का दौरा भी करेंगे। भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों के बीच शिखर बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच एफटीए को अंतिम रूप देने के लिए दिवाली 2022 की समय-सीमा निर्धारित की थी।