सहरसा/ टीकाकरण बचाव का सशक्त माध्यम, : प्रशासन ने कोरोना का तीसरा सुरक्षा टीका लगाने की की अपील
तीन से चार गुणा बढ़ती रोग प्रतिरोधक क्षमता
18 से 59 वर्ष आयु वर्ग अवश्य लगवायें सुरक्षा का तीसरा टीका
सहरसा : जिले में कोविड- 19 टीकाकरण आज भी जारी है। दूसरी लहर के दौरान लोगों को वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा मुफ्त में दिये जा रहे इस टीके के उत्साहवर्धक परिणाम सामने आये। अभियान सहित कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए लोगों को कोविड- 19 टीका लगाया जा रहा है। इसका परिणाम यह रहा कि कोरोना की तीसरी लहर बहुत कमजोर रही एवं इसका प्रसार भी काफी हद तक सीमित रहा। इस बीच देश में कोरोना के नये मामलों को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के सभी लोगों को कोरोना का तीसरा सुरक्षा टीका मुफ्त लगाने का सराहनीय कदम उठाया गया है।
तीन से चार गुणा बढ़ती रोग प्रतिरोधक क्षमता-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद ने बताया अभी तक जिले में 13 लाख 33 हजार 600 से अधिक लोगों को कोरोना से बचाव के टीके लगाये जा चुके हैं। इनमें से 11 लाख 28 हजार 108 से अधिक लोगों को दूसरी डोज भी दी जा चुकी है। वहीं 18 हजार 540 लोगों को प्रीकॉशन डोज भी दी जा चुकी है। कोरोना की संभावित चौथी लहर के बीच सरकार द्वारा 18 से 59 वर्ष तक के सभी लोगों को कोरोना सुरक्षा का तीसरा डोज मुफ्त देने का सराहनीय कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कोराना से बचाव के लिए लगायी जा रही प्रीकॉशन डोज संक्रमण के प्रसार पर लगाम लगाने में अतिमत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। प्रीकॉशन या बूस्टर डोज लेने से लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता तीन से चार गुणा बढ़ जाएगी। जिससे उनके कोरोना संक्रमित होने का खतरा नहीं के बराबर रह जायेगा। यह तीसरा सुरक्षा टीका दूसरे टीके के 9 महीने बाद या कोरोना से ठीक होने के 3 महीने के बाद (जो बाद में हो) लगाया जाना है।
18 से 59 वर्ष आयु वर्ग अवश्य लगवायें सुरक्षा का तीसरा टीका-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार ने बताया जिले में सबसे अधिक कोरोनारोधी टीके 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों को लगाया गया है। जिले में इस आयु वर्ग के लोगों को 15 लाख 4 हजार 698 से अधिक टीके लगाये गये हैं। वहीं दूसरे स्थान पर 45 से 60 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को जिले में अभी तक 4 लाख 18 हजार 882, 60 से अधिक आयु वर्ग में 3 लाख 87 हजार 697, 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में 1 लाख 15 हजार 819 एवं 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों में 52 हजार 732 से अधिक बच्चों को कोरोनारोधी टीके लगाये जा चुके हैं। इस प्रकार एक बड़ी संख्या में जिले में कोरोना से बचाव के टीके लगाये जा चुके हैं। जिसके किसी भी प्रकार विपरीत परिणाम प्रतिवेदित नहीं हुए हैं। वहीं जिन लोगों ने टीका लगाया है उनमें कोरोना संक्रमण के मामले नहीं के बराबर प्रतिवेदित हुए हैं। इसलिए संभावित चौथी लहर से बचने के लिए 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को चाहिए कि कोरोना का तीसरा सुरक्षा टीका अवश्य लें।