मोहाली/ स्वस्थ आहार से महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम हो सकता है : डॉ सोनिया गांधी
✍️ सोहन रावत, चंडीगढ़
मोहाली : सर्वाइकल कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है और भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे आम कारण । कई कारक जैसे उम्र, मोटापा, असुरक्षित यौन संबंध, तंबाकू से संबंधित उत्पादों में शामिल होना, जटिल गर्भधारण, मौखिक गर्भ निरोधकों का उपयोग, प्रतिरक्षादमनकारी दवाएं और एक अस्वास्थ्यकर आहार सर्वाइकल कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ाते हैं । शोध से पता चला है कि आहार हमेशा शरीर को प्रभावित करता है और कुछ बीमारियों को विकसित करने की क्षमता रखता है।
उक्त बात फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली के क्लिनिकल न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स डिपार्टमैंट की हेड़ डॉ सोनिया गांधी ने बताई। इस दौरान उन्होंने सर्वाइकल कैंसर को दूर रखने के लिए पोषण और पौष्टिक आहार के महत्व के बारे में भी बताया।
डॉ सोनिया गांधी ने आहार और पोषण की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विकासशील देशों की तुलना में उन्नत देशों में आहार से जुड़े सर्वाइकल कैंसर की घटनाएं अधिक रही हैं। सर्वाइकल कैंसर के संबंध में आहार/पोषण की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) संक्रमण के खिलाफ प्रोफिलैक्सिस काउंटर-उपाय है। सर्वाइकल कैंसर के विकास को रोकने में एंटीऑक्सीडेंट विटामिन की महत्वपूर्ण भूमिका पर बहुत ध्यान दिया गया है। ए, सी, डी और ई जैसे विटामिन कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को रोक सकते हैं और डीएनए की क्षति को रोक सकते हैं। लाल और प्रोसेस्ड मीट का अधिक सेवन, सैचुरेटेड, ट्रांस या अस्वास्थ्यकर फैट वाले स्नैक्स, रिफाइंड ग्रेन्स, एडिड शूगर और नमक से अधिक एचपीवी संक्रमण के उच्च जोखिम से जुड़े हैं।
डॉ सोनिया गांधी ने आगे बताया कि एचपीवी संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए, आहार में साबुत अनाज, फलियां, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद विशेष रूप से दही, फल, सब्जियां, नट्स, मछली और अनसैचुरेटेड से सैचुरेटेड फैट का उच्च अनुपात शामिल होना चाहिए। फलों और सब्जियों का अधिक सेवन एचपीवी संक्रमण के के जोखिम में 54 प्रतिशत की कमी के साथ जुड़ा हुआ है। पौष्टिक पौधे आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो कैंसर से लडऩे में मदद करते हैं।
डॉ सोनिया ने बताया कि अपने आहार में एंटीऑक्सिडेंट, फ्लेवोनोइड्स, फोलिक एसिड, लाइकोपीन और कैरोटेनॉयड्स शामिल करें, जो ज्यादातर फलों और सब्जियों में पाए जाते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड, घुलनशील फाइबर और प्रोबायोटिक्स से भरपूर विरोधी भडक़ाऊ खाद्य पदार्थ एचपीवी संक्रमण को सर्वाइकल कैंसर की प्रगति को रोकने के लिए प्रमुख घटक हैं।
उन्होंने बताया कि मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गुर्दे की कमी या अन्य बीमारियों जैसे कई मापदंडों के आधार पर रोगी की व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार आहार तय किया जाता है।