सहरसा/ फाईलेरिया मुक्ति के लिए सरकार कटिबद्ध : स्वास्थ्य विभाग
गृह भ्रमण कर किया जा रहा है सत्यापन
प्रत्येक वर्ष खायें एमडीए की गोलियां
सहरसा : फाइलेरिया मुक्ति के लिए सरकार द्वारा गृह भ्रमण कर लोगों को एमडीए की गोलियों का सेवन सितम्बर एवं अक्टूवर माह में कराया गया था। जिसका सत्यापन पीसीआई के एसएमसी द्वारा गृह भ्रमण कर जिले में किया जा रहा है। फाइलेरिया रोग मच्छरों के काटने से होता है। जिसकी अनदेखी करने से काफी गंभीर परिणाम लोगों को भुगतना पड़ता है। फाइलेरिया रोग से ग्रसित व्यक्ति हाथीपांव का शिकार होकर स्थायी रूप से दिव्यांग हो सकते हैं। इसलिए फाइलेरिया मुक्ति के लिए सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है। इसके लिए लोगों को एमडीए की गोलियों का सेवन प्रत्येक वर्ष सरकार द्वारा कराया जाता है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार ने बताया फाइलेरिया रोग से मुक्ति के लिए जिले में दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को छोड़ शेष सभी लोगों को फाइलेरिया मुक्ति के लिए डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियों का सेवन अपने समक्ष करवाने का अतिमहत्वपूर्ण अभियान जिले में सितम्बर एवं अक्टूबर माह में चलाया गया था। इस दौरान घर-घर जाकर आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्त्ताओं के द्वारा दवा का सेवन अपने समक्ष कराया गया था। जिसका सत्यापन कराया जाना आवश्यक था। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पीसीआई के एसएमसी द्वारा घर-घर घूमकर लोगों से सेवन संबंधी सत्यापन किया जा रहा है। पीसीआई के एसएमसी घर-घर जाकर लोगों से दवा सेवन के बारे में प्रश्न पूछकर यह पुष्टि कर रहे हैं कि लाभार्थियों को आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्त्ता द्वारा एमडीए की गोलियां उपलब्ध कराते हुए उनका सेवन सुनिश्चित किया गया कि नहीं। उनके द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि एमडीए की गोलियों के सेवन से उनको किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं हुई।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार ने बताया फाइलेरिया रोग से मुक्ति के लिए पात्र लाभुकों को डीईसी एवं अल्बेंडाजोल का सेवन कराया जाना एक महत्वाकांक्षी अभियान है। जिसके द्वारा जिले को फाइलेरिया मुक्त किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक वर्ष सरकार द्वारा इस अभियान का अयोजन किया जाता है। लोगों को चाहिए कि वे इस अभियान के दौरान वितरित किये गये दवा का सेवन अवश्य करें। इसके सेवन से किसी भी प्रकार के विपरीत परिणाम अभी तक जिले में नहीं आया है। उन्होंने बताया यदि थोड़ी बहुत तत्क्षणिक परेशानी होती भी है तो वह अपने आप ठीक हो जाती है।