सहरसा/ जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में जिला कोविड- 19 टीकाकरण में राज्य में सबसे आगे
जिलाधिकारी ने 20 नवम्बर तक शत् प्रतिशत आच्छादन सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
दिया जा चुका है 79.80 प्रतिशत पहला डोज एवं 89.90 प्रतिशत दूसरा डोज
सहरसा : वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम एवं बचाव के लिए सरकार द्वारा 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की दो खुराक लगाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है । जिलाधिकारी कौशल कुमार के कुशल नेतृत्व एवं सफल मार्गदर्शन में जिला राज्य में सबसे अधिक प्रतिशत टीके लगाकर अव्वल चल रहा है। जिले में कोविड- 19 टीकाकरण से शत् प्रतिशत आच्छादन सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी कौशल कुमार ने आज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महिषी में सिविल सर्जन डा. अवधेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद, महिषी एवं नवहट्टा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनय रंजन, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, आईसीडीएस के सीडीपीओ के साथ अहम बैठक की।
20 नवम्बर तक शत् प्रतिशत आच्छादन करें सुनिश्चित
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने उक्त बैठक में जिले में चल रहे कोविड- 19 वैक्सीनेशन की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में आईसीडीएस द्वारा पुनः किये गये सर्वे के अनुसार कोविड- 19 वैक्सीन के प्रथम खुराक से सभी वंचितों को टीका लगाना सुनिश्चित किया जाय। जिले में हर घर दस्तक अभियान के तहत कोविड- 19 टीकाकरण जारी है। इस अभियान के तहत् जिले के सभी घरों में जाकर लोगों को वंचितों एवं दूसरे खुराक से लाभाथिर्यों को टीका लगाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
दिया जा चुका है 79.80 प्रतिशत पहला डोज एवं 89.90 प्रतिशत दूसरा डोज
राज्यस्तर पर सहरसा जिला कोविड- 19 टीकाकरण में सबसे आगे चल रहा है। जिले में अनुमानित 13 लाख 7 हजार 6 सौ 17 लाभार्थियों के विरुद्ध 10 लाख 44 हजार 7 सौ 54 लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। बिहार सरकार द्वारा 6 माह 6 करोड़ टीके अभियान के दौरान ही जिले में चलाये गये महाअभियानों में सहरसा राज्य में प्रथम स्थान पर आया और अभी तक राज्यस्तर पर प्रतिशत के मामले में सहरसा सबसे आगे चल रहा है। वहीं कोविड- 19 वैक्सीन की दूसरी खुराक में सहरसा राज्य में दूसरे स्थान पर है। राज्य द्वारा जारी आंकड़े की मानें तो जिले में अब तक 4 लाख 72 हजार 12 लाभार्थी हैं जिनको दूसरा डोज दिया जाना था, जिसमें से 4 लाख 24 हजार 4 सौ 46 लोगों को दूसरा डोज दिया जा चुका है। प्रतिशत में यह आंकड़ा प्रथम खुराक में 79.80 एवं दूसरे खुराक में 89.90 का है।