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अररिया/ मिर्जापुर उप स्वास्थ्य केंद्र बन गया भूसा घर

: न्यूज़ डेस्क :

स्वास्थ्य सुविधाओं का सारा दारोमदार ग्रामीण चिकित्सकों के उपर

फारबिसगंज (अररिया) : प्रखंड के मिर्जापुर में 15 वर्षों से जर्जर अवस्था में बंद पड़ा है उप स्वास्थ्य केंद्र। वर्तमान समय में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। लोग बुखार व सर्दी-खांसी से आक्रांत हैं। चिकित्सकों के अनुसार ये सारे लक्षण कोरोना के भी हो सकते हैं । इसे देखते हुए गांव के लोग सहमे रहते हैं । गांवों में सन्नाटा पसरा रहता है। ग्रामीण स्तर पर प्रदत सरकारी उप स्वास्थ्य केंद्रों में न तो दवा की सुविधा है और ना ही स्वास्थ्य कर्मियों की। इस केंद्र में लोग उपलें, जलावन व भूसा रख रहे हैं। यही कारण है कि लोग ग्रामीण चिकित्सकों से इलाज करवा रहे हैं, जो इनकी लाचारी है। कहने के लिए मिर्जापुर में उप स्वास्थ्य केंद्र हैं, लेकिन सब में ताले लगे हैं। सबकी हालत लगभग एक जैसी है।

यहां ग्रामीण स्तर पर न तो जांच की व्यवस्था है और ना ही टीकाकरण की। लोग कोरोना काल की इस त्रासदी को भी ग्रामीण चिकित्सकों के भरोसे झेल रहे हैं। सबके माथे पर चिंता की लकीर स्पष्ट तौर पर दिख जाती है। किसी के पिता बीमार हैं, तो किसी के पुत्र। किसी के पति बीमार हैं, तो किसी की पत्नी। किसी की बहन बीमार है, तो किसी की बेटी। लोगों के दिलोदिमाग में इस विषम परिस्थिति में अपनो के खोने की आशंका बनी रहती है।

फारबिसगंज प्रखंड के सिमराहा थाना अंतर्गत मिर्जापुर पंचायत वार्ड संख्या 16 में उप स्वास्थ्य केंद्र 15 साल से बंद और जर्जर स्थिति में पड़ा है। स्वास्थ्य केंद्र पर आपको दो नर्स एक डॉक्टर की बजाय मवेशियों का चारा, मवेशी और जलावन रखने सहित नशेड़ीयों का नशा करने का अड्डा देखने को मिलेगा। इस संबंध में मुकेश ठाकुर ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे एवं जिलाधिकारी सहित विधायक को भी आवेदन दिया। लेकिन अब तक ना कोई जवाब और ना ही इनपर कोई कार्रवाई हुई। स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। उप स्वास्थ्य केंद्र मरीजों के इलाज की जगह मवेशियों को रखने के काम आ रहा है। पिछले 15 वर्ष से चिकित्सकों व नर्स को कोई अता-पता नहीं है। ऐसे में लोगों ने स्वास्थय केंद्र में मवेशियों को बांधना शुरू कर दिया।

मामला सामने आने के बाद वहां से मवेशियों को तो हटा लिया गया है, लेकिन स्वास्थय सुविधाएं अभी भी बहाल नहीं हो सकी हैं। जिले के अन्य प्रखंडों में भी उप स्वास्थय केंद्रों का कमोबेश यही हाल है। इधर ग्रामीणों में दीपक कुमार (उर्फ दीपू), ब्रह्मानंद ठाकुर, अनिरुद्ध ठाकुर, सत्यनारायण ठाकुर, रामेश्वर ठाकुर, जय प्रकाश ठाकुर, उपेन्द्र साह, मधुकांत ठाकुर, संतोष साह, विनोद साह, सिंटू मेहता, अर्जुन पासवान, प्रमोद एवं नन्दकिशोर ने कहा कि एक तरफ पूरा देश कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है और ऐसे समय में भी मिर्जापुर उप स्वास्थ्य केंद्र किसी का काम नहीं आ रहा है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता प्रभात यादव ने डीएम प्रशांत कुमार सीएच से बात की तथा उन्होनें जल्द-से-जल्द जर्जर अवस्था में पड़ा भवन का जिन्नोधार, स्वास्थ्य कर्मी देने की मांग किया है। उन्होंने कहा कि अगर सात दिन के अंदर व्यवस्था ठीक नहीं हुआ तो वे मजबूरन इस कोरोनाकाल में भी आंदोलन करेंगे।