चंडीगढ़/ महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल के प्री प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं का वार्षिक समारोह धूमधाम से संपन्न
एनआरआई सुदर्शन गर्ग और पार्षद विमला दुबे ने समारोह का किया शुभारंभ
छोटे बच्चों की परफॉर्मेंस ने हर किसी को किया मंत्रमुग्ध
नाटक के माध्यम से अधिक से अधिक पौधे लगाने को किया प्रेरित
अनुशासन, परिश्रम, धैर्य, सत्यता, ईमानदारी आदि गुण भर रहा स्कूल
चंडीगढ़। महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, एमडीएवी भवन, दरिया, चंडीगढ़ की प्री प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं का वार्षिक समारोह धूमधाम से संपन्न हो गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ शिकागो, अमेरिका से पधारे एनआरआई सुदर्शन गर्ग और एरिया पार्षद बिमला दुबे ने किया।
मुख्यातिथि बतौर उपस्थित एनआरआई सुदर्शन गर्ग ने कहा कि स्टडी को तनाव लेकर नहीं बल्कि सीखने की भावना से प्रेरित होकर करनी चाहिए। आसपास घट रही घटनाओं के प्रति सजग रहने के लिए प्रजेंस ऑफ़ माइंड का होना जरूरी है। ज्ञान से व्यक्ति उच्चता की और अग्रसर होता है। जीवन को हँसते हुए जीना चाहिए। अनुशासन में रहते हुए छोटों से प्यार और बड़ों की इज्जत करनी जरूरी है। पढ़ाई जीने की कला सिखाती है। उन्होंने कहा कि वे विद्यालय के उत्थान के लिए पहले की तरह हमेशा प्रयास करते रहेंगे।
गेस्ट ऑफ़ ऑनर बतौर उपस्थित बिमला दुबे ने विद्यार्थियों को प्रेरित किया और स्कूल द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के प्रसार के लिए किये जा रहे प्रयत्नों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बच्चों के उत्थान में अभिभावकों की भी अहम जिम्मेदारी है। उनके लिए समय निकालना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को भी अपने कर्तव्यों को नहीं भूलना चाहिये। वे भी आलस्य को त्याग अपने कार्यों को स्वयं करें। उन्होंने स्टूडेंट्स की उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्हें लगन और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य करने के लिए एनआरआई सुदर्शन गर्ग और बिमला दुबे को विद्यालय का स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। प्री – प्राइमरी के बच्चों ने रंग बिरंगे परिधानों में सजकर भिन्न-भिन्न गानों पर अपनी मनमोहन प्रस्तुति दी। प्राइमरी इमरी कक्षाओं के स्टूडेंट्स ने पर्यावरण असंतुलन को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए नाटक के माध्यम से संदेश दिया कि पेड़ों को काटना नहीं चाहिए बल्कि उसे अधिक से अधिक मात्रा में लगाएं। नन्हे -मुन्ने बच्चों ने मां के गाने पर नृत्य करके हर किसी को अपनी और आकर्षित किया।
स्कूल के प्रिंसिपल डॉ विनोद कुमार शर्मा ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए आये हुए अतिथियों तथा उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल विद्यार्थियों में अनुशासन, परिश्रम, धैर्य, सत्यता, ईमानदारी आदि गुण भर रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल के पढ़ाने का तौर तरीका अन्य ग्रामीण शिक्षण संस्थाओं से बिल्कुल अलग रहता है। सैद्धांतिक के साथ-साथ व्यवहारिक अध्ययन पर भी बल दिया जाता है। उन्होंने कड़ी मेहनत करने के लिए स्कूल के स्टाफ और विद्यार्थियों को बधाई दी।
स्टेज का संचालन स्कूल की प्राइमरी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने किया। कार्यक्रम के अंत में भांगड़ा ने हर किसी को नाचने पर मजबूर कर दिया।