मोहाली/ एनएबी इंस्टीट्यूट फॉर द ब्लाइंड व आई केयर सेंटर का हुआ भव्य उद्घाटन
एंबेसी ऑफ़ जापान इन इंडिया के सहयोग से एक सपना हकीकत में बदल गया
मोहाली : नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड ने मोहाली के मुख्य सिसवन-कुराली राजमार्ग पर, ब्लॉक माजरी के चांदपुर में दृष्टिहीन संस्थान के अपने नए भवन और एक नेत्र देखभाल केंद्र का मंगलवार को भव्य उद्घाटन किया। यह एंबेसी ऑफ़ जापान इन इंडिया के द्वारा दिए गई वित्तीय सहायता से संभव हुआ है। यह जापान और भारत के बीच मित्रता और सहयोग के मजबूत बंधन को दर्शाता है। यह संस्थान जरूरतमंद लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में इन दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम एनएबी के मिशन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो विकलांग व्यक्तियों को व्यापक सेवाएं प्रदान करता है और लोगो को आंखो की रोशनी खोने से बचाने के साथ ही नजर कमजोर होने, उनके रोकथाम और
इलाज कार्यक्रम के तहत समुदाय को नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करता है।
इससे पहले, संस्थान भवन का चरण 1 एसबीआई फाउंडेशन के सहयोग से पूरा हो चुका है। विकलांग व्यक्तियों (PwD) और कमजोर वर्ग के लिए कल्याणकारी गतिविधियों के लिए अब 10,000 वर्ग फुट से अधिक क्षेत्र उपलब्ध है। इस संस्थान के नेत्र देखभाल केंद्र में निःशुल्क नेत्र शिविर एक नियमित विशेषता है और अब बहु-विकलांग व्यक्तियों के लिए ऑक्यूपेशनल चिकित्सा उपलब्ध है।
संस्थान का उद्घाटन कोडेरा जीरो काउंसलर ऑफ इकोनॉमिक्स सेक्शन एंबेसी ऑफ जापान इन इंडिया साथ ही प्रथम सचिव निशी रयुही एंबेसी ऑफ जापान इन इंडिया की उपस्थिति में किया। विश्व प्रसिद्ध ग्लूकोमा विशेषज्ञ और एडवांस आई सेंटर, पीजीआई के प्रमुख डॉ. एसएस पांडव, रोटरी क्लब ऑफ चंडीगढ़ के पूर्व जिला गवर्नर मधुकर मल्होत्रा और टास्कस के स्वयंसेवकों की 18 सदस्यीय प्रतिष्ठित टीम ने भी अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई l ज्ञात हो कि टास्कस पिछले 3 वर्षों से नेत्र जांच, ऑक्यूपेशन थेरेपी, वोकेशन ट्रेनिंग और केंद्र में आवश्यक अन्य उपकरणों की साज-सज्जा करने में मदद कर रहा है।
एडवांस आई सेंटर, पीजीआई के सहयोग से परिसर में एक निःशुल्क नेत्र जांच शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों और अन्य लोगो की आंखों की जांच की गई। जरूरतमंदों को निःशुल्क चश्मे भी वितरित किए गए।
दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए इस संस्थान का उद्देश्य शिक्षा, वोकेशनल ट्रेनिंग, सहायक उपकरण प्रशिक्षण, विकलांग व्यक्तियों और पिछड़े वर्ग के लिए रिहैबिलिटेशन और रोजगार के अवसरों के माध्यम से इन्हे सशक्त बनाना है। यह अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है और एक कुशल अनुभवी टीम द्वारा संचालित है।
मुख्य अतिथि, एंबेसी ऑफ जापान इन इंडिया से कोडेरा जीरो ने कहा कि जापान वैश्विक कल्याण के लिए मजबूत साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। दृष्टिहीन संस्थान और नेत्र देखभाल केंद्र को हमारा समर्थन भारत के साथ हमारे साझा मूल्यों को दर्शाता है।
एनएबी के अध्यक्ष विनोद चड्ढा ने कहा कि हम भारत में जापान के दूतावास और जापान के लोगों के प्रति आभारी हैं, जिन्होंने हमारे संस्थान भवन के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान दिया है। जापान के लोगों की उदारता ने न केवल हमारे देशों के बीच मित्रता और सहयोग के बंधन को मजबूत किया है, बल्कि हम जिन लोगों की सेवा करते हैं, उनके लिए एक उज्जवल भविष्य की राह भी प्रशस्त की है।
एडवांस आई सेंटर के प्रमुख डॉ. एस.एस. पांडव ने कहा कि हम निःशुल्क नेत्र शिविर आयोजित करने के इस नेक प्रयास के लिए नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड के साथ मिलकर काम करके खुश हैं। साथ मिलकर हम नेत्र देखभाल की ज़रूरत वाले लोगों के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करेंगे।
ज्ञात हो कि एनएबी एक गैर-लाभकारी संगठन है जो दृष्टिबाधित और अन्य विकलांग व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समर्पित है। समावेशिता और सुलभता को बढ़ावा देने के मिशन के साथ, संगठन एक ऐसा स्थान बनाने का प्रयास करता है जहाँ दृष्टिबाधित व्यक्ति और दिव्यांगजन सक्षम हो और अपनी पूरी क्षमता तक पहुँच सकें।