चंडीगढ़/ चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में सिने-मैस्ट्रो की बच्चों द्वारा बनायीं फिल्में हुई प्रदर्शित
जाने माने कलाकार जीतेन्द्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में हुए शामिल
चंडीगढ़ : सीने-मैस्ट्रो के प्रतिष्ठित बैनर तले चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित सिनेमैस्ट्रो: शेपिंग फ्यूचर फिल्ममेकर्स-टेक 5 का मंगलवार को अवार्ड वितरण समारोह बहुत ही शानदार और भव्य तरीके से आयोजित किया गया। इस वर्ष के आयोजन में क्षेत्र के 20 से अधिक स्कूलों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
सोशल एंटरप्राइज सिनेविद्या द्वारा संचालित सिनेमैस्ट्रो का लक्ष्य देश भर में उभरती प्रतिभाओं की फिल्म निर्माण क्षमताओं को प्रज्वलित और विकसित करना है। जाने माने सिनेमेटोग्राफर और फिल्म निर्माता, अमिताभ सिंह, द्वारा शुरू की इस दूरदर्शी पहल का उद्देश्य सिनेमा के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को उजागर करना और राष्ट्रीय स्तर पर बच्चों के सिनेमा के प्रोडक्शन को बढ़ावा देना है। चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित वर्कशॉप में अमिताभ सिंह और सिनेमेटोग्राफी के विशेषज्ञ पुष्कर सिंह बिष्ट ने कैमरा तकनीकों और लाइटिंग के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी दी। स्क्रीन अभिनय में विशेषज्ञता रखने वाली सुश्री स्वीटी रुहेल ने ऑन-स्क्रीन प्रदर्शन को प्रेरित किया। साउंड डिजाइन में उस्ताद सांत्वना बायस्कर, ध्वनि रिकॉर्डिंग और डिजाइन पर प्रकाश डाला। सुश्री कल्याणी सवाडकर ने नृत्य के माध्यम से कहानी कहने में भावना और लय लाने के लिए छात्रों में कोरियोग्राफी कौशल को सशक्त किया ।
फिल्म स्क्रीनिंग और मेगा फिल्म कार्यक्रम का मेहमान बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। स्क्रीनिंग के बाद, उपस्थित लोगों को मुख्य अतिथि अभिनेता जीतेन्द्र कुमार, के साथ एक आकर्षक बातचीत सत्र का अवसर मिला। फिल्म निर्माण की बारीकियों और कहानी सुनाने की कला के बारे में इस कार्यक्रम में गहन चर्चा हुई । जीतेन्द्र कुमार को टीवीएफ पिचर्स, कोटा फैक्ट्री, पंचायत, और शुभ मंगल ज़्यादा सावधान में उनकी उल्लेखनीय भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। उन्होंने कार्यक्रम को प्रेरणादायक बना दिया। बहुप्रतीक्षित अवार्ड समारोह के साथ कार्यक्रम अपने चरम पहुंच गया जिसमें उत्कृष्ट प्रतिभाओं को पहचाना गया और सिनेमा की दुनिया में उनका योगदान के लिए उनका सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा निर्मित फिल्मों की भव्य स्क्रीनिंग थी जिसे चितकारा इंटरनेशनल स्कूल के प्रतिष्ठित ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इन फ़िल्मों में हॉरर, फिक्शन, मोटिवेशनल, नॉन-फिक्शन, ड्रामा आदि सभी विषयों पर फिल्में शामिल थीं जो कि कार्यशाला के दौरान छात्रों द्वारा अर्जित रचनात्मकता और कौशल का प्रमाण दिखा रही थीं।
अपनी नवोन्मेषी कहानी और मनमोहक दृश्यों के जरिए इन फिल्मों ने दर्शकों को बांधे रखा। पूरी स्क्रीनिंग के दौरान, अमिताभ सिंह और जीतेन्द्र कुमार, ने अपनी पारखी नजर से छात्रों के व्यावहारिक प्रश्नों के जवाब दिए और उन्हें बांधे रखा और और फिल्म निर्माण प्रक्रिया के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। इस बातचीत ने छात्रों को अपने अनूठे दृष्टिकोण साझा करने में मदद की।
स्क्रीनिंग के बाद, दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अवार्ड विजेताओं की घोषणा की गई। ये अवार्ड जिन श्रेणियों में दिए गए उनमें बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट फिल्म, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी, बेस्ट कोरियोग्राफी, बेस्ट फिल्म एडिटिंग , बेस्ट साउंड डिजाइन, बेस्ट एक्टर, व बेस्ट स्क्रीन राइटिंग श्रेणियां शामिल थीं। प्रत्येक विजेता छात्र को उनके समर्पण और प्रतिभा को मान्यता देते हुए प्रतीकात्मक रूप से एक ट्रॉफी और प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।
अपने संबोधन में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अभिनेता जीतेन्द्र कुमार ने छात्रों की रचनात्मकता की सराहना की और युवा प्रतिभाओं को उभारने और सामाजिक परिवर्तन के लिए कलात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने में ऐसी पहल के महत्व पर जोर दिया।
चितकारा इंटरनेशनल स्कूल की निदेशक डॉ. नियति चितकारा ने छात्रों की असाधारण प्रतिभा और समर्पण की सराहना की। उन्होंने उनकी उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में फिल्म निर्माण की परिवर्तनकारी शक्ति को रेखांकित किया। सिनेमेस्ट्रो: शेपिंग फ्यूचर फिल्म मेकर्स टेक 5 सिर्फ एक कार्यक्रम ही नहीं था बल्कि यह प्रतिभा, रचनात्मकता और नवीनता का उत्सव था। इसने युवा फिल्म निर्माताओं भविष्य को बनाने में शिक्षा और कला के गहरे प्रभाव को भी रेखांकित किया। इन उभरती प्रतिभाओं के लिए विश्व मंच पर अपनी पहचान बनाने की यात्रा अब शुरू होती है।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: एक शेड डार्कर: भवन विद्यालय, पंचकुला
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक : अपने लिए : गुरुकुल ग्लोबल स्कूल
सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी : अ शेड डार्कर: भवन विद्यालय, पंचकुला
सर्वश्रेष्ठ फिल्म संपादन : विभेदन : श्री गुरु हरकृष्ण मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चंडीगढ़
सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिजाइन: द गाइडिंग लाइट: ज्ञान ज्योति ग्लोबल स्कूल, मोहाली
सर्वश्रेष्ठ छायांकन: पक्षपात: सेंट सोल्जर इंट कॉन्वेंट स्कूल,
सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखन : डार्क सीक्रेट: सौपिन स्कूल, चंडीगढ़
सर्वश्रेष्ठ फिल्म: वॉइसेस इन माय हेड: भवन विद्यालय, चंडीगढ़
स्पेशल मेंशन: द लास्ट लीफ : लर्निंग पाथ्स स्कूल, मोहाली
स्पेशल मेंशन : टूरिज्म : दिल्ली पब्लिक स्कूल
स्पेशल मेंशन: ड्रामा कवीन: सेंट कबीर पब्लिक स्कूल
स्पेशल मेंशन : फाइंडिंग टुमोरो : चितकारा इंटरनॅशनल स्कूल