चंडीगढ़/ मोहाली के आईवीवाई अस्पताल के विशेषज्ञों ने कैंसर संबंधी जागरूकता को बताया महत्वपूर्ण
भारत में 30 लाख लोग कैंसर से पीड़ित, 11 लाख नये मामले : डॉ. जतिन
चंडीगढ़ : “भारत में 30 लाख लोग कैंसर से पीड़ित हैं, जिनमें से 11 लाख नए मामले हैं। भारत में कैंसर हर साल 5 लाख लोगों की जान लेता है। भारत में महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर सबसे आम कैंसर है, जबकि पुरुषों में फेफड़े और लीवर का कैंसर सबसे आम है।” गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आईवीवाई अस्पताल, मोहाली में मेडिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. जतिन सरीन ने उक्त बातें कही । आगे उन्होंने कहा कि कुछ दशक पहले, ब्रेस्ट कैंसर केवल पचास वर्ष की आयु के बाद देखा जाता था और इस बीमारी से पीड़ित युवा महिलाओं की संख्या लगभग 65- कम थी। 70% मरीज़ 50 वर्ष से ऊपर के थे और केवल 30 से 35% महिलाएँ पचास वर्ष से कम उम्र की थीं।
आईवीवाई अस्पताल, मोहाली में वरिष्ठ सलाहकार और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के एचओडी डॉ. विजय बंसल ने बताया कि भारत में वैश्विक स्तर पर मुंह के कैंसर का प्रचलन सबसे अधिक है, हर साल ऐसे कैंसर के 75,000 से 80,000 नए मामले सामने आते हैं।
मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. प्रियांशु चौधरी ने कहा: “जीवनशैली में बदलाव से एक तिहाई कैंसर को रोका जा सकता है। ब्रेस्ट सेल्फ-एग्जामिनेशन और मैमोग्राफी प्रारंभिक चरण में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों को कम करने की एक अच्छी तकनीक है और छाती के एक्स-रे और पीएसए जैसी सरल जांच प्रारंभिक चरण में फेफड़ों के कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाने में मदद कर सकती है।
वरिष्ठ सलाहकार और एचओडी रेडिएशन ऑन्कोलॉजी डॉ. मीनाक्षी मित्तल ने कहा कि अगले दो दशकों में कैंसर के नए मामलों की संख्या लगभग 70 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
डॉ. मीनाक्षी शर्मा कंसल्टेंट रेडिएशन ऑन्कोलॉजी ने कहा कि रेडिएशन थेरेपी में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए शरीर में उच्च ऊर्जा एक्स-रे पहुंचाना और आस-पास के सामान्य अंगों पर अप्रिय दुष्प्रभाव डाले बिना उनके बढ़ने और विभाजित होने की क्षमता को बाधित करना शामिल है।
डॉ. हेमकांत वर्मा कंसल्टेंट सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ने कहा कि आईवीवाई अस्पताल, मोहाली एक ही छत के नीचे व्यापक कैंसर देखभाल शुरू करने वाला ट्राइसिटी का पहला अस्पताल था।
सभी विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से इस बात पर बल दिया कि कैंसर संबंधी जागरूकता फैलाना आवश्यक है । जानकारी के बाद लोग सतर्क रहेंगे और इससे कैंसर का कम प्रसार होगा ।