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हमीरपुर/ अनुराग ठाकुर की पहल “एक से श्रेष्ठ” के 500 वें सेंटर का उपराष्ट्रपति ने किया शुभारंभ

अन्य सांसद भी अनुराग मॉडल ऑफ इंवॉल्वमेंट फॉर डेवलपमेंट अपनाएं : उपराष्ट्रपति

“एक से श्रेष्ठ” मोदी जी के विकसित भारत संकल्प को समर्पित कार्यक्रम : अनुराग ठाकुर

एक सांसद के रूप में अनुराग ठाकुर के कार्य सराहनीय : राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला

एक से श्रेष्ठ अभियान के तहत अब तक 9000 से अधिक छात्र लाभान्वित, 500 से अधिक को सीधा रोजगार, इनमें 90% महिलाएं : अनुराग ठाकुर

हमीरपुर : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा शनिवार को उनके संसदीय क्षेत्र हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में चलाए जा रहे शैक्षणिक कार्यक्रम ‘एक से श्रेष्ठ’ के 500वें केंद्र का 20 हज़ार से भी ज़्यादा लोगों की उपस्थिति में भव्य शुभारंभ हुआ। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ व प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला उपस्थित रहे। उपराष्ट्रपति की धर्मपत्नी श्रीमती सुदेश धनकड़ की भी इस कार्यक्रम में गरिमामयी उपस्थिति रही। एक से श्रेष्ठ के 500 वें सेण्टर के शुभारंभ के अवसर पर हिमाचल सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी, कई विधायक व पूर्व विधायक समेत कई गणमान्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।

माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने अपने संबोधन की शुरुआत 1990 के दशक में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के साथ अपने सांसद काल को याद करते हुए किया। उन्होंने बताया कि प्रेम कुमार धूमल के ही अनुरोध पर धर्मशाला की पहली फ्लाइट का उद्घाटन उनके कर कमल से हुआ था। उपराष्ट्रपति ने बताया कि उस समय से लेकर आज तक प्रेम कुमार धूमल के परिवार से उनका रिश्ता जुड़ा हुआ है जिसे अनुराग सिंह ठाकुर ने और गहरा किया है।

उपराष्ट्रपति ने बताया कि जब से वह उपराष्ट्रपति बने हैं तब से उनके संसद का एक भी सत्र ऐसा नहीं बिता जिसमें उन्होंने हिमाचल के विद्यार्थियों से मुलाकात नहीं की। उनके घर में सबसे ज्यादा टोपी हिमाचल से ही है।

उन्होंने आगे अनुराग सिंह ठाकुर की प्रशंसा करते हुए कहा कि अनुराग संस्कृत का शब्द है जिसका मतलब है प्रेम और भक्ति। यह हर्ष का विषय है कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में स्थानीय सांसद अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा यहाँ के छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए एक से श्रेष्ठ जैसा अनूठा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। एक से श्रेष्ठ के 500 वें सेण्टर का शुभारंभ करना मेरे लिए हर्ष की बात है। लगातार चार बार संसद सदस्य बनना और अपने दायित्वों का श्रद्धापूर्वक निर्वहन करना कोई आसान काम नहीं है। अनुराग ठाकुर का एक एक कार्य जनकल्याण हेतु 24 कैरेट सोना है। इसीलिए मैं कई अन्य सदस्यों से भी बोलता हूं कि वे सभी भी अनुराग मॉडल ऑफ इंवॉल्वमेंट फॉर डेवलपमेंट को अपनाएं”

आगे बोलते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा “ हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में घूमने के दौरान मुझे पता चला कि अनुराग ठाकुर के कई अनूठे कार्यक्रम यहाँ बहुत लोकप्रिय हैं। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा, खेल महाकुंभ, हुनर से शिखर जैसे कई कार्यक्रम ना सिर्फ़ यहाँ के सभी वर्गों को लाभान्वित कर रहे हैं बल्कि पूरे देश में एक मॉडल के रूप में अपनाए जा रहे हैं। देश पिछले एक दशक में काफी प्रगति कर चुका है। “जो पिछले तीन दशकों में नहीं हो पाया उसे बीते सितंबर में नए संसद भवन के विशेष सत्र के दौरान किया गया। पूरे देश के विधानसभाओं और संसद में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देना ऐतिहासिक है। 2047 में भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा, इसकी जिम्मेदारी आप सभी के कंधों पर है।”

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा “एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम के 500वें केंद्र के लोकार्पण हेतु हिमचाल पधारने हेतु आदरणीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ का धन्यवाद। अनुराग सिंह ठाकुर सिर्फ एक सांसद हीं नहीं बल्कि एक बेहतरीन व्यक्तित्व हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र को सजाने और संवारने का कार्य किया है। यह काफी सराहनीय है। इससे पहले ऊना जिले में भी श्री अनुराग ठाकुर ने विशाल नेत्र जांच शिविर का आयोजन कराया था और हजारों लोगों को निशुल्क चश्में वितृत किए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदैव कहते हैं कि एक सांसद को सिर्फ नेता के रूप में नहीं बल्कि क्षेत्र में जनकल्याण और सेवा के कार्यों के लिए भी जाना जाना चाहिए। श्री अनुराग ठाकुर ने इसका बेहतरीन अनुसरण किया है”

अनुराग ठाकुर ने कार्यक्रम ‘एक से श्रेष्ठ’ के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए बताया, ” हमारा संकल्प, हमारा प्रयास-सबको शिक्षा, सबका विकास के ध्येय वाक्य से एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम शिक्षा के समग्र विकास में हमारी एक पहल है। कई बार ये नाम सुनके लोग चौंक जाते हैं कि भला ये क्या बला है। मैं बताना चाहूँगा कि श्रेष्ठता एक medium है motivation का श्रेष्ठता एक feel है transformation का, श्रेष्ठता एक stage है perfection का और हम अपने एक से श्रेष्ठ सेण्टरों हमारे होनहारों को, भविष्य के कर्णधारों को, नये भारत के खेवनहारों को इसी मूलमंत्र के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत संकल्प की सिद्धि के लिए 360 डिग्री ट्रेनिंग देते हैं। मैं इस भव्य आयोजन में अपना अमूल्य समय देने के के लिए उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी, राज्यपाल श्री शिवप्रताप शुक्ल जी, हिमाचल सरकार में मंत्री श्री राजेश धर्माणी जी व अन्य सभी का आभार प्रकट करता हूँ”

अनुराग ठाकुर ने बताया, “किसी भी आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले प्रत्येक बच्चे के लिए शिक्षा जन्मसिद्ध अधिकार है और इस अधिकार की पूर्ति के लिए ‘एक से श्रेष्ठ’ कार्यक्रम शुरू किया गया था। “एक से श्रेष्ठ” जीवन के सभी क्षेत्रों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने और समग्र विकास प्रदान करने की एक पहल है। एक से श्रेष्ठ का उद्देश्य पंचायत स्तर पर उसके आसपास के क्षेत्र के शिक्षकों के माध्यम से, किसी भी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को छोड़कर, बच्चों के समग्र विकास के लिए स्कूल के घंटों के बाद कक्षाएं निःशुल्क सुनिश्चित करना है। पारंपरिक गुरुकुल शिक्षा से प्रेरित होकर, जहां विभिन्न आयु समूहों और पृष्ठभूमि के बच्चों के लिए एक सामान्य शिक्षण स्थान विकसित किया गया है।एक से श्रेष्ठ के साथ, मिशन कोने-कोने तक पहुंचना और शिक्षा का लोकतंत्रीकरण करना है!”

अनुराग ठाकुर ने आए बताया, “हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के 5 ज़िलों में चल रहे एक से श्रेष्ठ केंद्र महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। पारंपरिक गुरु शिष्य परंपरा पर आधारित यह कार्यक्रम 5 अक्टूबर 2021 को विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर लॉन्च हुआ था जिसके माध्यम से हिमाचल प्रदेश के तीन समस्याओं एम्प्लॉयमेंट, इमीग्रेशन और इकोनॉमी का एजुकेशन द्वारा समाधान करने की कोशिश थी। यह हर्ष का विषय है कि 1 से शुरू हुए एक से श्रेष्ठ के अब 500 सेंटरों में 9000 से ज्यादा बच्चे जिसमें प्रत्येक केंद्र पर छात्रों की औसत संख्या 19 है वो बदलती दुनिया के साथ नई चीजें सीख रहे हैं।इसमें आंगनबाड़ी से लेकर पांचवी तक छात्रों की संख्या 7266, पांचवी कक्षा से ऊपर छात्रों की संख्या 1795 , छात्राओं की संख्या 4341 यानी 48%, छात्रों की संख्या 4720 यानी 52% है जिमसें एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम के 68.8 प्रतिशत बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं।कुल वर्क फोर्स का 95 प्रतिशत हिस्सा महिलाओं का है, जिनमें से 60 फीसदी का ये पहला जॉब है। यहां शिक्षा से लेकर बच्चों की किताबें, बैग आदि मुफ्त सहायता के तौर पर दिए जाते हैं। कुल बच्चों का आधा भाग यानी 50 प्रतिशत SC, ST, OBC, BPL वर्गों के छात्र हैं, जिनमें 24 प्रतिशत लड़कियां भी हैं। इसके तहत सतत अभियान के तहत अब तक 9000 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए है 500 से अधिक को सीधा रोजगार मिला है और इस अभियान में शामिल लोगों के स्टाफ में करीब 90 फीसदी महिलाएं है। इस अभियान के तहत अब 500वां केंद्र खुलने जा रहा है।”

अनुराग ठाकुर ने कहा, “बच्चे और युवा ही देश का भविष्य हैं, श्रेष्ठ भारत, विकसित भारत को बनाने की जिम्मेदारी कल को उनके सर पर भी होगी और उनको श्रेष्ठ बनाने की जिम्मेदारी हम सब के सर पर है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर इस तरह के स्कूली एक्सलेंस सेंटर्स की स्थापना की गई थी और लगातर संख्या बढ़ाई जा रही है, ताकि इसका लाभ हर समुदाय, हर क्षेत्र और हर वर्ग के लोग उठा सकें।