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अररिया/ घटिया सामग्री से हो रहा सीमरबनी एपीएचसी का निर्माण : ग्रामीण

✍️  अंकित सिंह, भरगामा (अररिया)

भरगामा (अररिया) : प्रखंड अंतर्गत सिमरबनी पंचायत के वार्ड 08 स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण में ग्रामीणों ने अनियमितता का आरोप लगाया है। स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इस भवन निर्माण कार्य में 12 अनुपात 01 में सीमेंट मिलाया जा रहा है। इतना हीं नहीं स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण में घटिया ईंट,लोकल उजला बालू मिट्टी युक्त गिट्टी एवं सीमेंट तय मानक के विपरीत प्रयोग किया जा रहा है।

अनियमितता का आरोप लगाते हुए ग्रामीण द्वारा एक वीडियो वायरल किया गया है। वायरल वीडियो के सत्यापन के लिए निर्माणाधीन स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचने पर मौके पर मौजूद मुंशी आलोक कुमार ने बताया कि कार्य सही तरीके से हो रहा है। इस मौके पर मौजूद मिस्त्री गुड्डू कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य में 06 अनुपात 01 के अनुपात में सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है। जबकि संवेदक के मुंशी आलोक कुमार ने बताया कि मेटेरियल का भाव काफी बढ़ गया है। इसलिए लोकल उजला बालू मिलावट किया जाता है। उनसे जब एपीएचसी भवन के निर्माण स्थल पर निर्माणाधीन भवन का बोर्ड गायब होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जल्द हीं बोर्ड लगा दिया जायेगा।

दूसरी ओर स्थानीय ग्रामीण हरिकिशोर यादव, ब्रह्मदेव मंडल, संजीव यादव, रामानंद यादव आदि दर्जनों लोगों का आरोप है कि इस भवन निर्माण में संवेदक द्वारा धड़ल्ले से तीसरे दर्जे का ईंट एवं लोकल उजला बालू व मिट्टी युक्त गिट्टी एवं सीमेंट तय मानक के विपरीत प्रयोग करने का शिकायत कई बार वर्तमान विधायक जयप्रकाश यादव सहित बीडीओ, एसडीओ व डीएम से किया गया है,लेकिन भवन का काम लगभग 75 प्रतिशत पूरा होने के बावजूद भी प्रशासन की ओर से अब तक किसी प्रकार का कोई जांच पड़ताल नहीं किया है। जिसके कारण संवेदक की मनमानी चरम पर है।

इस संबंध में विधायक जयप्रकाश यादव से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि घटिया सामग्री का प्रयोग करने के वजह से हीं मेरे द्वारा काम पर रोक लगाया गया है। जबकि दूसरी ओर विधायक के आदेशों का धज्जियां उड़ाते हुए संवेदक निरंतर काम जारी किये हुए हैं। वहीं इस संबंध में फारबिसगंज एसडीओ रोजी कुमारी ने जांच करने की बात कही। हालांकि इस संबंध में जब डीएम इनायत खान से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन भवन का संबंधित पदाधिकारी को जांच करने का निर्देश दे दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी संवेदक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।