News4All

Latest Online Breaking News

चंडीगढ़/ रमन दीवान का नया भक्ति गीत ‘हाथ में मौली’ हुआ रिलीज

हिंदू पहचान’ को प्रदर्शित करने की आवश्यकता पर आधारित है यह गीत

चंडीगढ़ : भक्ति गीतों के जाने-माने गायक रमन दीवान द्वारा गाया गया नया गीत ‘हाथ में मौली’ शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लॉन्च किया गया। ‘मौली’ हिंदुओं द्वारा मंदिर में दर्शन के बाद कलाई पर बांधा जाने वाला पवित्र धागा है। गायक के अलावा, गीत लॉन्च के मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता सोनू सेठी, मुकेश इनायत, मुनींद्र चंचल और अन्य लोग मौजूद थे। ये सभी लोग गीत के वीडियो में भूमिकाएं भी निभा रहे हैं। जाने माने और सम्मानित हिंदू धार्मिक गुरु योगी सूरज नाथ जी भी इस मौके पर उपस्थित थे।पहले ‘हाथ में मौली’ के 4 मिनट के वीडियो का प्रिव्यू रखा गया और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गीत के बारे में विस्तृत जानकारी मीडिया के साथ साझा की गई।

दीवान ने कहा कि वह अपने बेटे से जुड़ी एक घटना के कारण ये गीत रिकॉर्ड करने के लिए प्रेरित हुए। रमन ने कहा कि ‘‘वर्षों पहले मुझे तब झटका लगा जब मेरे आठ साल के बेटे ने अपने माथे से ‘टीका’ हटा दिया और ‘मौली’ पहनने में भी अनिच्छा दिखाई। मेरे बेटे ने मुझे बताया कि जब वह ये पवित्र हिंदू प्रतीक धारण करते हैं तो उनके दोस्त उनका मजाक उड़ाते हैं।’’

रमन ने बताया कि उसके बाद ‘‘मैंने अपने बेटे से कहा कि ‘मौली’ हमारा ‘कवच’ है क्योंकि मंदिर में आए किसी भी भक्त की कलाई पर पवित्र धागा बांधते समय मंदिर के पुजारी द्वारा नौ मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। यह हमारे लिए बुराई से सुरक्षा है। ‘मौली’ इतनी पूजनीय है कि इसे न केवल मंदिर के पुजारियों द्वारा भक्तों की कलाई पर बांधा जाता है, बल्कि रक्षा बंधन के दौरान भी इसका उपयोग किया जाता है, जो एक पवित्र त्यौहार है जो भाई और बहन के बीच प्यार को दर्शाता है। यह एक ऐसा ‘सूत्रधार’ है जो सभी हिंदुओं को ईश्वर से जोड़ता है।’’

दीवान ने कहा कि ‘‘तिलक लगाने और सुबह मौली पहनने के बाद प्रत्येक व्यक्ति सकारात्मक महसूस करता है। उसमें नई ऊर्जा का संचार होता है।’’

दीवान ने आगे कहा कि ‘‘इसके बाद मैंने एक धर्म के रूप में हिंदू धर्म की सौम्यता, पवित्रता, आत्मीयता और सुंदरता को फैलाने का एक गंभीर और ईमानदार प्रयास करने और हमारे युवाओं को यह संदेश देने के लिए ‘हाथ में मौली’ गीत गाने का मन बनाया , ताकि उन्हें हमारे धार्मिक ‘पहचान’ के प्रतीकों का प्रदर्शन करने में कोई संकोच नहीं हो।’’

‘मौली’ गीत के बारे में बात करते हुए रमन दीवान ने कहा कि गाने का संदेश यह है कि ‘मौली’ पहनना और माथे पर ‘तिलक’ लगाना एक परंपरा है जिसका सभी हिंदुओं को पालन करना चाहिए क्योंकि यह हिंदुत्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो एक जीवन जीने का प्राचीन और मूल तरीका है।

गीत को पूरी तरह से तैयार करने में करीब डेढ़ महीने का समय लगा। ऑडियो रिकॉर्डिंग में ही एक महीना लग गया और वीडियो प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन में 15 दिन लग गए। गीत के बोल मार्मिक, अर्थपूर्ण और बेहद प्रभावी हैं और वीडियो प्रोडक्शन भी विश्वस्तरीय है। जिस लेबल ने गीत की प्रोडक्शन की है वह आर डी म्यूजिक है। गीत के बोल रवि चोपड़ा के हैं, जिन्होंने कुमार शानू, सोनू निगम आदि जैसे बॉलीवुड गायकों द्वारा गाए गाने भी लिखे हैं। संगीत का कार्यभार विनय विनायक ने संभाला है और वीडियो डायरेक्शन विक्की घई की है।

गाने के निर्माण में यूएसए के विकास गौड़ और सेठी ढाबा, जीरकपुर के सोनू सेठी का भी व्यापक सहयोग मिला है।

अंत में दीवान ने कहा कि ‘‘मेरा गीत हिंदुओं को अपनी पहचान दिखाने के लिए और अधिक मुखर होने की आवश्यकता के बारे में बात करता है ताकि दुनिया हिंदुओं के प्रतीकों को पहचान सके क्योंकि ये हजारों वर्षों से सनातन संस्कृति का हिस्सा रहे हैं और आगे भी हिंदुओं की पहचान बने रहेंगे।’’