पंचकूला/ पारस हेल्थ के नाम एक और उपलब्धि : ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व किया रिप्लेसमेंट
पंचकूला : पारस हेल्थ के डॉक्टरों ने ट्रांसकैथेटर तकनीक का उपयोग करके केवल 45 मिनट में 66 वर्षीय हार्ट पेशेंट महिला का मिनिमल इनवेसिव प्रोसीजर सफलतापूर्वक किया।
कार्डियक साइंसेज के चेयरमैन डॉ. एचके बाली ने कहा कि ट्राइसिटी के प्राइवेट हॉस्पिटल में ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट (टीएमवीआर) का यह पहला मामला है। देश में केवल कुछ ही केंद्र हैं जो देश में टीएमवीआर प्रोसीजर परफॉर्म कर रहे हैं।
महिला सांस लेने में लगातार बढ़ती तकलीफ और सीने में दर्द की शिकायत लेकर पारस हेल्थ पंचकुला में इमरजेंसी में आई थी। एडमिशन के समय हार्ट फेलियर का पता चला। महिला को रूमेटिक हार्ट रोग था और उसका 12 साल पहले माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट भी किया गया था।
डॉ बाली ने कहा कि सर्जरी के 12 साल बाद महिला को बायोप्रोस्थेटिक वाल्व डीजनरेशन हुआ, जिसके कारण हार्ट फेलियर की स्थिति बन गई थी । उन्होंने आगे बताया कि डीजनरेटिड वाल्व गंभीर माइट्रल रिगर्जिटेशन (लीक) और माइट्रल स्टेनोसिस (वाल्व का संकीर्ण होना) का कारण बन रहा था। रेस्पिरेटरी समस्याओं और पल्मोनरी हाइपरटेंशन के कारण महिला की हालत और खराब हो गई थी ।
पारस हेल्थ की स्ट्रक्चरल हार्ट टीम के अनुसार महिला का वाल्व बिना ओपन हार्ट सर्जरी के इंटरवेंशनल तकनीक से बदला जा सकता था। डॉ बाली ने बताया कि टीएमवीआर एक उन्नत तकनीक है जो हार्ट को खोले बिना माइट्रल वाल्व में एक वाल्व प्रत्यारोपित करती है।
मरीज की ग्रॉइन से यह प्रक्रिया सफलतापूर्वक की गई। वाल्व के सामान्य कामकाज के साथ प्रोसीजर के परिणाम बहुत अच्छे थे जिसमें कोई रेसिडुअल लीक नहीं था और वाल्व के खुलने पर भी कोई रिस्ट्रिक्शन नहीं था। प्रोसीजर के बाद 2 दिनों के भीतर रोगी में सुधार के लक्षण दिखे और उचित परामर्श और दवा के साथ स्थिर स्थिति में उसे छुट्टी दे दी गई।
पारस हेल्थ की स्ट्रक्चरल हार्ट टीम जिसमें डॉ बाली, डॉ (मेजर जनरल) नवीन अग्रवाल और डॉ अरविंद कौल के साथ-साथ कार्डियक एनेस्थेटिस्ट और कार्डियक सर्जन शामिल हैं ने टीएवीआर जैसे सबसे बड़ी संख्या में ट्रांसकैथेटर वाल्व रिप्लेसमेंट किए हैं।