दरभंगा/नई दिल्ली/ मैथिली अल्पसंख्यक बन गई है, इसे फिर से बहुसंख्यक बनाएं : डॉ. धनाकर ठाकुर
“मैथिली दुनिया की अकेली ऐसी भाषा है जो अपने नेटिव क्षेत्र में ही अल्पसंख्यक बन गई है। इसे फिर से बहुसंख्यक भाषा बनानी है।“ उपर्युक्त बातें अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद् के.