चंडीगढ़ मोहाली

चंडीगढ़/ नाबार्ड ने मनाया अपना 41वाँ स्थापना दिवस

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ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा देने में नाबार्ड की यात्रा पर कार्यक्रम आयोजित करके मनाया स्थापना दिवस


चंडीगढ़ : पंजाब क्षेत्रीय कार्यालय ने आज “ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा देने में नाबार्ड की यात्रा” पर एक कार्यक्रम आयोजित करके नाबार्ड के 41 वें स्थापना दिवस का जश्न मनाया।
नाबार्ड पंजाब क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक श्री रघुनाथ बी. ने किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों की सेवा में पिछले 40 वर्षों में नाबार्ड की यात्रा पर बात की। मुख्य महाप्रबंधक ने इस बात पर प्रकाश डाला कि नाबार्ड ने ग्रामीण वित्तीय संस्थाओं को वित्तीय संसाधनों को पूरक के रूप में काम करने से आगे बढ़कर कृषि और गैर-कृषि क्षेत्र में प्रतिकृति के लिए मॉडल विकसित करने, ग्रामीण अवसंरचना परियोजनाओं, जलवायु शमन परियोजनाओं के लिए राष्ट्रीय कार्यान्वयन ईकाई (एनआईई) के रूप में भूमिका निभाने, स्टार्ट अप का समर्थन करने आदि तक अपने विजन को व्यापक बनाया है। उन्होने बताया कि नाबार्ड ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 770 करोड़ रुपये की ग्रामीण अवसंरचना परियोजनाओं को वित्तीय समर्थन दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि घटते भूजल स्तर के मुद्दे के समाधान के लिए, सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए 150 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी गई है।


मुख्य महाप्रबंधक ने नाबार्ड द्वारा राज्य में की गई विभिन्न विकास पहलों के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि राज्य में 111 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को प्रोन्नत किया ताकि वह अपने उपज और विपणन को सामूहिकीकरण, मूल्य वृद्धि के माध्यम से उत्पादन का अधिक मूल्य प्राप्त कर पाएँ । नाबार्ड ने महामारी के दौरान ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में एसएचजी और जेएलजी की महिला सदस्यों/ कारीगरों को उत्पादों की विपणन सहायता प्रदान करने के लिए कदम उठाए।


नाबार्ड के स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए एसएलबीसी की ओर से संयोजक, एसएलबीसी श्री सुमंता मोहंती ने नाबार्ड की वित्तीय और विकासात्मक संस्था के रूप में अनूठी भूमिका की सराहना की। उन्होने स्वयं सहायता समूहों, जेएलजी, एफपीओ आदि जैसे जमीनी स्तर पर विभिन्न गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता के के लिए नाबार्ड की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि एफपीओ सामूहीकरन के माध्यम से खेती की लागत को कम करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

पंजाब ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष श्री एस के दुबे ने ग्रामीण बैंकों के सुदृढ़ीकरण के लिए नाबार्ड के समर्थन और ऋण के माध्यम से उनके अधिदेश को पूरा करने के लिए मार्गदर्शन को रेखांकित किया। पंजाब राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक पीसीएस श्री परमिंदर पाल सिंह ने राज्य के विकास में नाबार्ड के योगदान की सराहना की। कार्यक्रम में सीनियर्स बैंकर, नाबार्ड के स्टाफ, किसान उत्पादक संगठन के सदस्य, डीडीएम, आदि ने भी भाग लिया।


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