पंचायत भवन में नहीं बैठते कर्मी : लोग होते हैं परेशान
✍️ अंकित सिंह,भरगामा (अररिया)
भरगामा (अररिया) : सुशासन बाबू का सुशासन अब तक ज़मीनी स्तर पर देखने को नहीं मिल रहा है । प्रखंड क्षेत्र के कुछ पंचायत भवनों और सरकार भवनों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इन दिनों सरकारी कार्य दिवस के दौरान ऑफिस समय में पंचायत कर्मियों की अनियमित उपस्थिति से स्थानीय ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि जानकारों का कहना है कि लोगों को बगैर किसी भाग-दौड़ के अपने गांव में हीं एक हीं छत के नीचे विभिन्न सरकारी कार्य हो सके,इसी उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायतों में लाखों रुपये खर्च करके सरकार ने पंचायत भवन का निर्माण कराया है। लेकिन इन दिनों जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण पंचायत कार्यालय के कर्मी ऑफिस समय में अपने कार्यालय में बैठना मुनासिब नहीं समझ रहें हैं, इसलिए ग्रामीणों को इस बहुउद्देशीय कार्यालय से समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बता दें कि सिमरबनी, शंकरपुर, जयनगर, कुसमौल, सिरसिया कला, सिरसिया हनुमानगंज, हरीपुरकला, विरनगर पूरब, विषहरिया, विरनगर पश्चिम पंचायत के दर्जनों ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी ऑफिस समय में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच जरुरी कार्य के लिए उपरोक्त कार्यालय जाते हैं तो कार्यालय का दरवाजा बंद रहता है और उसमें ताला लटका रहता है । मौके से पदस्थापित पंचायत सचिव,राजस्व कर्मचारी,कार्यपालक सहायक,आवास सहायक,विकास मित्र,कचहरी सचिव,पीआरएस,किसान सलाहकार,तकनिकी सहायक, लेखापाल,स्वच्छता पर्यवेक्षक आदि नदारद मिलते हैं। जिस कारण संबंधित कर्मियों का काफी इंतजार करने के बाद भी लोगों को बैरंग घर लौटना पड़ता है।
जब इस मामले में बीपीआरओ शशि रंजन कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने उपरोक्त पंचायत कर्मियों के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए जल्द हीं कड़ी कार्रवाई की बात कही है।