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चंडीगढ़/ सीएजी (कैग) हरियाणा कार्यालय ने मनाया सप्ताह भर चलने वाला लेखापरीक्षा (ऑडिट) दिवस

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष भी सीएजी (कैग) हरियाणा कार्यालय में लेखा परीक्षा दिवस समारोह में हुए शामिल

चंडीगढ़ : ऑडिट (लेखापरीक्षा) दिवस मनाये जाने के हिस्से के रूप में, महालेखाकार (ऑडिट), हरियाणा ने 22 नवंबर 2022 को लेखापरीक्षा प्रभावशीलता बढ़ाने पर एक चर्चा का आयोजन किया। माननीय अध्यक्ष, हरियाणा विधानसभा, श्री ज्ञान चंद गुप्ता, इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे, जिसमें हरियाणा विधानसभा की लोक लेखा समिति व सार्वजनिक उपक्रम समिति के अध्यक्ष व सदस्यों ने भाग लिया।

इस अवसर पर बोलते हुए श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सीएजी (कैग) अपने 160 वर्षों से अधिक के इतिहास के साथ लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है जो विधायिका के प्रति विभागों की जवाबदेही सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि ऑडिट को संबंधित विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यों के लिए वास्तविक आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न विभागों के पास जनशक्ति की उपलब्धता का अध्ययन करना चाहिए।

सार्वजनिक उपक्रमों की समिति के अध्यक्ष श्री असीम गोयल ने कहा कि ऑडिट में उन निगमों की लेखापरीक्षा होनी चाहिए, जिनमें सरकार द्वारा पर्याप्त निवेश किया गया है लेकिन घाटे में चल रहे हैं। यदि निगम कायापलट करने में सक्षम नहीं हैं, तो ऑडिट को सावधानीपूर्वक अध्ययन के बाद उन्हें बंद करने की सिफारिश करनी चाहिए।

लोक लेखा समिति के अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से सुझाव आमंत्रित करने की व्यवस्था होनी चाहिए। सीएजी (कैग) की रिपोर्ट की चर्चा में दक्षता पैदा करने के लिए ऑडिट पैरा मॉनिटरिंग सिस्टम (Audit Para Monitoring System) को तेजी से लागू करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि ऑडिट को अपने ऑडिट के संचालन के दौरान नागरिकों के विचारों और सुझावों को एकत्र करने के लिए एक संरचित तंत्र तैयार करना चाहिए।

श्री वीएस वेंतानाथन, महालेखाकार (ऑडिट), हरियाणा, ने कहा कि लोक लेखा समिति और हरियाणा विधानसभा की सार्वजनिक उपक्रम समिति भारत भर में सबसे सक्रिय समितियों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एजी कार्यालय जवाबदेही श्रृंखला को मजबूत करने के लिए हर संभव सहयोग देगा और चर्चा के दौरान दिए गए सुझावों को लागू करने का पूरा प्रयास करेगा।