सुपौल/ मिशन परिवार विकास अभियान के तहत स्वास्थ्य मेले का हुआ शुभारंभ
पुरुषों को परिवार नियोजन अपनाना जरूरी : सिविल सर्जन
स्वास्थ्य मेले में परिवार नियोजन के प्रति पुरुषों ने दिखायी जागरूकता
परिवार नियोजन के लिए उपलब्ध हैं कई विकल्प
सुपौल : मिशन परिवार विकास अभियान अंतर्गत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के अवसर पर सदर अस्पताल, सुपौल में स्वास्थ्य मेला का शुभारंभ किया गया। जिसमें परिवार नियोजन संबंधी सभी उपायों पर विशेष स्टॉल लगाकर आमजनों को परिवार नियोजन के बारे में विस्तृत परामर्श दिया गया। मिशन परिवार विकास अभियान का उद्देश्य प्रजनन दर में कमी लाना है। मेले का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर सिविल सर्जन डा. मिहिर कुमार वर्मा एवं उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा किया गया। इस मौके पर अस्पताल उपाधीक्षक डा. नूतन वर्मा, चिकित्सा पदाधिकारी डा. जितेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. मिन्नतुल्लाह, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद, जिला योजना समन्वयक बाल कृष्ण चौधरी, अस्पताल प्रबंधक अभिलाष वर्मा, परिवार कल्याण परामर्शी उजाला सिन्हा, चिकित्सा पदाधिकारी चंदन कुमार, राजेश कुमार, मुनेश्वर झा, सहयोगी संस्था केयर इंडिया के प्रतिनिधि, ग्रेड ए नर्स एवं सदर अस्पताल सुपौल के स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
सिविल सर्जन डा. मिहिर कुमार वर्मा ने मेले में आये आमजनों को संबोधित करते हुए कहा प्रत्येक दम्पति को छोटा परिवार रखने के प्रयास करने चाहिए। ताकि अपने बच्चों को सही से देखभाल कर सकें। उनके द्वारा पुरुष नसबंदी पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। उन्होंने बताया परिवार नियोजित रखने का दायित्व समाज में केवल महिलाओं का नहीं अपितु पुरुषों का भी है। इस बार के मिशन परिवार विकास अभियान के चलाये जा रहे कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पुरुषों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने खासकर पुरुष नसबंदी को कराने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के अस्थायी एवं स्थायी उपाय नव दंपति के पास निश्चित रूप से पहुंचे ताकि बच्चों में देरी एवं बच्चों में अंतराल रखने में मदद मिल सके।
स्वास्थ्य मेला आयोजित किये जाने के अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. मिन्नतुल्लाह ने बताया इस अभियान के तहत लोगों में जागरूकता पैदा किया जाय, जिससे परिवार नियोजन के विभिन्न उपाय यथा- महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबंदी, पीपीआईयूएसडी, कण्डोम, इमरजेंसी पिल, एवं छाया के माध्यम से योग्य दंपति अपना परिवार नियोजन करवा सकें।
स्वास्थ्य मेले में आये लोगों ने मेले लगाये गये स्टॉलों पर जाकर परिवार नियोजन संबंधी उपायों के प्रति जानकारी ली। इस दौरान पुरुष नसबंदी के बारे में लोगों को विस्तार पूर्वक बताया गया। जिसमें बताया गया कि पुरुष नसबंदी महिला बंध्याकरण की तुलना में काफी सरल एवं उपयोगी है। इससे पुरुषों की शारीरिक क्षमता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आती है। सीमित एवं सुरक्षित परिवार के लिए पुरुषों को आगे आकर परिवार नियोजन स्थायी उपाय नसबंदी को अपनाना चाहिए।