चंडीगढ़/ साहित्यकार गुप्ता की दो पुस्तकों का हुआ विमोचन
✍️ मनोज शर्मा, चंडीगढ़
चंडीगढ़ : चर्चित साहित्यकार बालकृष्ण गुप्ता के 81वें जन्म दिवस पर उनके संस्मरणों की दो पुस्तकों “नित नई मंजिलें” और “मंजिलें पुकार रहीं” का विमोचन रेल विहार, मनीमाजरा में संवाद साहित्य मंच और श्री अद्वैत स्वरूप फाउंडेशन द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी में किया गया। गोष्ठी की मुख्य अतिथि अमेरिका से पधारी कवियत्री डॉ सरिता मेहता और अध्यक्ष मंडल में वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज डॉ विनोद शर्मा और पटियाला से सागर सूद थे। सुमेश ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के आरंभ में गुप्ता ने अपने संस्मरणों को प्रस्तुत किया और कहा कि यह उनके भोगे हुए संस्मरण है। सरिता मेहता ने कहा कि इनके संस्मरण पाठक को बांधे रखते हैं। प्रेम विज ने कहा कि गुप्ता ने संस्मरण में बीती यादों को प्रस्तुत किया गया है। डॉ विनोद शर्मा का कहना था कि गुप्ता के पास बेहतरीन संस्मरणों का खजाना है। सागर सूद ने कहा कि सादगी भरे शब्दों में अनमोल मोती प्रस्तुत किए हैं। समाजसेवी बृजेश वर्मा ने भी बधाई दी।
काव्य गोष्ठी में विभिन्न मुद्दों विशेषकर देश प्रेम की कविताएं प्रस्तुत की गई जिसमें डॉ सरिता मेहता, प्रेम विज, डॉ विनोद शर्मा, बालकृष्ण गुप्ता, सागर सूद, बलजिंदर ठाकुर, अनीश गर्ग, आरके भगत, संतोष गर्ग, डेजी बेदी जुनेजा, गणेश दत्त, नीलम त्रिखा, गायत्री देवी गुप्ता, डॉ गीता चौधरी, डॉ मनीषा वैद्य,बलविंदर शारदा, हरीश शारदा, घनश्याम यादव ने भी भाग लिया।