मोहाली/ फोर्टिस हॉस्पिटल द्वारा सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी की लेटेस्ट तकनीक का उपयोग करके स्तन कैंसर रोगियों का किया जा रहा सफल इलाज
सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी स्तन कैंसर रोगियों के लिए आशा की नई किरण बनी
फोर्टिस मोहाली के डॉ.नवल बंसल स्तन कैंसर से प्रभावित महिलाओं के लिए सफलतापूर्वक कर रहे हैं रेडियो- गाइडेड सर्जरी
चंडीगढ़ : फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली में ऑन्कोलॉजी टीम ने सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी की सबसे एडवांस्ड तकनीक का उपयोग करके कई स्तन कैंसर रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। इस तकनीक के साथ एक्सिलरी लिम्फ नोड्स को अनावश्यक रूप से हटाने से बचने में मदद मिलती है और ये हाथ की सूजन को रोकता है और पुराने कंधे का दर्द भी दूर करता है।
टीम में डॉ.राजीव बेदी, डायरेक्टर, ऑन्कोलॉजी; डॉ.नरेंद्र कुमार भल्ला, डायरेक्टर, ऑन्कोलॉजी; और डॉ. नवल बंसल, एंडोक्राइन और स्तन कैंसर सर्जन शामिल है।
स्तन कैंसर सबसे पहले बांह के नीचे के लिम्फ नोड्स में फैलता है। मानक सर्जिकल प्रक्रिया में एक्सिलरी नोड का समाधान करना शामिल है। सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी के बिना, पूरे एक्सिलरी टिश्यूज को हटाना पड़ता है, जिससे लंबे समय तक ड्रेनेज के साथ असुविधा और पुराना दर्द होता है।
इसे रोकने के लिए, सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी एक आदर्श उपचार विकल्प है जिसमें स्तन कैंसर सर्जन सेंटीनेल नोड्स (एक्सिला के गेटकीपर) को हटा देता है और उन्हें कैंसर कोशिकाओं के परीक्षण के लिए एक प्रयोगशाला में भेजता है। यह सर्जिकल प्रक्रिया यह निर्धारित करने में मदद करती है कि कैंसर प्राइमरी ट्यूमर से आगे काफी हद तक लिम्फेटिक सिस्टम में फैल गया है या नहीं। यदि ये संक्रमित हिस्से में शामिल नहीं है, तो रोग की गंभीरता से बचा जा सकता है।
डॉ. नवल बंसल, एंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट कैंसर सर्जन, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली ने आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रैंस में कहा कि ‘‘इस प्रक्रिया में रेडियोआइसोटोप और डाई इंजेक्ट करना शामिल है। फिर हम अग्रिम गामा जांच का उपयोग करके प्रहरी नोड की तलाश करते हैं। एक बार सेंटिनेल लिम्फ नोड का पता लगाने के बाद, इसे कैंसर कोशिकाओं का पता लगाने के लिए परीक्षण के लिए भेजा जाता है।’’
डॉ.नवल बंसल के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक अनुभवी टीम ने हाल ही में चंडीगढ़ की एक 38 वर्षीय मरीज का इलाज किया, जिसके बाएं स्तन में कार्सिनोमा था। रोगी ने स्तन में गांठ जैसे लक्षण प्रदर्शित किए। उन्होंने इस साल अप्रैल में फोर्टिस मोहाली में डॉ.बंसल से संपर्क किया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मरीज को शुरुआती चरण में ब्रेस्ट कैंसर था।
मरीज की उम्र को ध्यान में रखते हुए, डॉ. बंसल के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने एक्सिलरी नोड्स (सेंटिनल लिम्फ लोड बायोप्सी) के लिए प्रोब-गाइडेड सर्जरी के साथ-साथ ब्रेस्ट-स्पेरिंग सर्जरी का सफलतापूर्वक संचालन किया।
स्तन संरक्षण सर्जरी के दौरान निकाले गए टिश्यूज के नमूनों को फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली में इन-हाउस फ्रोजन सेक्शन में भेजा गया। बाद की चिकित्सा जांच रिपोर्ट में स्तन ट्यूमर और ट्यूमर फ्री सेंटिनल नोड्स को पूरी तरह से हटा दिया गया। मरीज को अगले दिन बिना किसी ड्रेन पाइप के छुट्टी दे दी गई।
यह चर्चा करते हुए कि सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी ने स्तन कैंसर सर्जरी के उपचार को बदल दिया था, डॉ. नवल बंसल ने कहा कि ‘‘अक्सर प्रारंभिक चरण के स्तन कैंसर वाली महिलाओं के लिए मेडिकल प्रोसीजर पर विचार किया जाता है और कैंसर के चरण का सही पता लगाने में मदद करता है। यह सबसे आम और लेस इनवेसिव ट्रीटमेंट प्रक्रिया है। मेडिकल प्रोसीजर एक्सिलरी लिम्फ नोड्स को अनावश्यक रूप से हटाने और बाहों की सूजन को रोकने में मदद करती है।’’