सुपौल/ DJ की धुन पर लगे नर्तकियों के ठुमके, देखने वालों की भीड़ ने तोड़ी सोशल डिस्टेंसिंग, वीडियो वायरल
✍️ अमरेश कुमार, सुपौल
छातापुर (सुपौल) : महामारी काल मे भी कुछ लोग अश्लीलता परोस कर भीड़ इकट्ठा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। लगता है जैसे या तो उन्हें महामारी के प्रकोप की जानकारी नहीं है या फिर जानबूझकर लोगों की जिंदगी को महामारी के इस संक्रमण में धकेल रहे हैं। कोरोना महामारी काल चल रही है। लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अधिकांश समय रोजी रोजगार छोड़कर भी घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। सरकार द्वारा कोरोना से बचने के लिए जरूरी गाइड लाइन जारी किया गया है। ताकि कोरोना जैसी संक्रमण पर जल्द विजय प्राप्त किया जा सके। बाबजूद इसके कुछ ऐसी गतिविधियां आए दिन जिले भर में देखने को मिल जाती है। जो बेहद ही चिंतनीय है। खास बात यह भी है कि इसे रोकने की दिशा में प्रशासन या तो अनभिज्ञ रहती है या फिर उनके तंत्र कमजोर पड़ गए है। जिससे भीड़ इकट्ठा करने वाले आयोजनों का उन्हें समय पर पता नहीं चल पाता है।
ताजा मामला डीजे के धुन पर अश्लीलता के साथ बार बालाओं के ठुमके लगाने और उसे देखने के लिए इकट्ठा हुए वहां मौजूद भीड़ का है। जिसमे एक तरफ जहां अश्लीलता परोसी जा रही है वहीं उसे देखने के लिए इकट्ठी भीड़ कोरोना जैसी महामारी के संक्रमण को बढ़ावा दे रही है। खास बात यह है कि इसको लेकर स्थानीय प्रशासन भी कोई संजीदगी नहीं दिखा पाती है।जो एक तरफ जहां सरकारी निर्देशों की अवहेलना है वहीं आम लोगों के लिए बेहद ही चिंतनीय विषय है।
सूत्रों की माने तो यह वायरल वीडियो छातापुर थाना क्षेत्र के माधोपुर पंचायत का है। जहां कोई सार्वजनिक आयोजन नहीं था। स्थानीय सूत्र बताते हैं कि कोई डीजे वाला इसका आयोजन अपने डीजे के प्रचार प्रसार के लिए किया था। खास बात ये है कि डीजे की धुन पर नर्तकीयों के अश्लील नाच को देखने के लिए बड़ी संख्यां में लोग उमड़ पड़े। जिसमें सोसल डिस्टेंस का कोई मायने नहीं रहा। न कोई मास्क और न ही कोई सामाजिक दूरी का खयाल। खास बात यह है कि सोसल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद भी इसको लेकर छातापुर के प्रशासनिक स्तर से कोई भी कार्रवाई नहीं कि जा सकी है। खैर जो भी हो लेकिन वायरल वीडियो छातापुर सहित जिले भर में चर्चा का विषय बन गया है।
इस बाबत पूछे जाने पर छातापुर थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन ने बताया कि मेरे संज्ञान में ऐसा किसी तरह का वीडियो नहीं आया है। अब सवाल उठता है कि जब इलाके में यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में प्रशासन को इस तरह की तश्वीरें क्यों नहीं दिखाई देती। जबकि सरकार द्वारा सख्त निर्देश है कि भीड़ की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। जाहिर है जब तक प्रशासन सजग नहीं होगी तब तक ऐसे आयोजनों पर विराम नहीं लग सकती। और सरकार की तमाम कोशिशों पर ग्रहण लगती रहेगी।
जरूरत है कि प्रशासन ऐसे गंभीर मामलों पर अपनी दूरदृष्टि कायम रखे। ताकि कोरोना जैसी महामारी कि चपेट में आने से पहले आम लोगों को समय रहते बचाया जा सके। चूंकि यह वायरल वीडियो है और सूत्र ही ऐसे वीडियो की जानकारी साझा करते हैं। लिहाजा हमारी संस्था इस वीडियो की पुष्टि नहीं करती है कि यह वीडियो कहाँ की है। इसकी तहकीकात कर समुचित कार्रवाई करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। जिसका निर्वहन उन्हें करना चाहिए।