कविता/ पापा मेरे (अपने पिताजी के गुणों का बखान करती बाल कविता)
✍️ सोमी अम्बष्ठ
(उम्र 7 वर्ष)
सभी लाइन में हैं फर्स्ट
नाम है इनका संजय कुमार अम्बष्ट
रहते हैं हमेशा ये मस्त मस्त
देते नहीं कभी किसी को कष्ट ।
एक, दो, तीन, चार
मेरे पापा सुपरस्टार
रहते हैं हमेशा ये होशियार
है इनका बहुत सुन्दर विचार ।
लगते हैं ये हनी मैंन
लेकिन है फनी मैन
जब मैं नहीं पढती
हो जाते है ये एंग्री मैंन ।
मिला है इन्हें बहुत सम्मान
लगते हैं ये शक्तिमान
बढाते हैं ये देश का मान
हमें है इनपे अभिमान ।