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चंडीगढ़/ सीआईआई उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय में चंडीगढ़ स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2024 का हुआ आयोजन

ग्रेटर चंडीगढ़ रीजन भारत का अगला स्टार्टअप पावरहाउस बनने की ओर अग्रसर

चंडीगढ़ : ग्रेटर चंडीगढ़ रीजन (जीसीआर) तेजी से खुद को भारत में एक प्रमुख स्टार्टअप गंतव्य के रूप में स्थापित कर रहा है, जो रणनीतिक स्थान, विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और अग्रणी विश्वविद्यालयों से असाधारण प्रतिभा समूह के अनूठे मिश्रण द्वारा संचालित है। जैसे-जैसे यह क्षेत्र गति प्राप्त कर रहा है, सरकारी निकायों, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग जगत के नेताओं के बीच सहयोगात्मक प्रयास नवाचार और विकास का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। सीआईआई चंडीगढ़ स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2024, शुक्रवार को सीआईआई उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें स्टार्टअप पावरहाउस के रूप में जीसीआर के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन और मजबूत बुनियादी ढांचे के माध्यम से निरंतर समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

चंडीगढ़ स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2024, क्षेत्र के उद्यमशीलता समय में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसमें उद्योग जगत के विशेषज्ञों, सरकारी प्रतिनिधियों और स्टार्टअप फाउंडर्स सहित प्रमुख हितधारकों ने भारत में एक अग्रणी स्टार्टअप हब के रूप में ग्रेटर चंडीगढ़ रीजन (जीसीआर) के भविष्य पर चर्चा और विचार-विमर्श किया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र की उभरती स्थिति तथा इस विकास को बनाए रखने और गति प्रदान करने के लिए आवश्यक सामूहिक प्रयासों पर प्रकाश डाला गया।

कॉन्क्लेव में अपने संबोधन के दौरान, सीआईआई चंडीगढ़ यूटी के चेयरमेन और उषा यार्न्स लिमिटेड के मैंनेजिंग डायरेक्टर, अनुराग गुप्ता ने कहा कि ग्रेटर चंडीगढ़ रीजन में, सरकारी पहलों, शैक्षणिक संस्थानों और इनक्यूबेटरों के बढ़ते नेटवर्क का संयोजन नवाचार के लिए एक समृद्ध वातावरण को बढ़ावा देता है। उद्यम पूंजी तक सीमित पहुंच तथा तीव्र बाजार प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियों के बावजूद, क्षेत्र का गतिशील समुदाय और मजबूत समर्थन प्रणाली निरंतर विकास को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करके, बुनियादी ढांचे का विकास करके और कौशल विकास को बढ़ावा देकर, हम नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित और नए स्टार्टअप के लिए बाधाओं को कम तथा स्थापित लोगों के विकास में मदद कर सकते हैं। यह दृष्टिकोण ग्रेटर चंडीगढ़ रीजन को भारत के स्टार्टअप परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है।”

स्टार्टअप्स और उद्यमिता पर सीआईआई नाॅर्दन रीजन कमेटी के को-चेयर और आईडीएस इन्फोटेक लिमिटेड के मैंनेजिंग डायरेक्टर प्रताप के अग्रवाल ने भी इस बात पर प्रकाश डाला कि, “स्टार्टअप्स और उद्यमिता पर सीआईआई नाॅर्दन रीजन कमेटी पूरे उत्तरी भारत में नवाचार और उद्यमशीलता विकास को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है। कमेटी रणनीतिक सहयोग के माध्यम से स्टार्टअप इको सिस्टम को मजबूत करने के लिए उद्योग के विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों को एकजुट करने का काम करती है। कमेटी चुनौतियों का समाधान कर अवसर पैदा करती है और उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए इस पहल को लागू करती है, जिससे व्यवसाय की सफलता के लिए एक गतिशील वातावरण को बढ़ावा मिलता है।”

कॉन्क्लेव की को-चेयरपर्सन और चितकारा विश्वविद्यालय की प्रो-चांसलर डॉ. मधु चितकारा ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि यह क्षेत्र अपनी रणनीतिक स्थिति, उन्नत बुनियादी ढांचे और प्रतिष्ठित संस्थानों से ग्रेजुएट के प्रतिभाशाली समूह के कारण भारत के नवाचार परिदृश्य को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

अपने संबोधन में, डॉ. चितकारा ने एक संपन्न स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए सरकारी निकायों, शिक्षाविदों और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सीड फंडिंग अनुदान, टैक्स ब्रेक और क्रेडिट जैसे वित्तीय प्रोत्साहनों की आवश्यकता पर जोर दिया जो स्टार्टअप्स को उनके शुरुआती चरण में बहुत जरूरी समर्थन प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने उद्योग जगत के विशेषज्ञों के साथ मिलकर स्किल डवलपमेंट और शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से स्किल वर्कफोर्स के निर्माण की आवश्यकता के बारे में भी बात की।

सीआईआई नाॅर्दन रीजन के स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप के चेयरमेन और प्रोग्रेसिव इन्फोटेक (पी) लिमिटेड के चेयरमेन एवं मैंनेजिंग डायरेक्टर प्रतीक गर्ग ने कहा, “भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की ताकत इसकी विविधता और लचीलेपन में निहित है। स्टार्टअप और उद्यमिता पर सीआईआई एनआर कमेटी के चेयरमेन होने के नाते, मेरी भूमिका यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक उद्यमी को अपने बेहतर विचारों को प्रभावशाली व्यवसाय में बदलने के लिए आवश्यक समर्थन मिले। हम एक सहयोगी वातावरण बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जहाँ स्टार्टअप फल-फूल सकें, आगे बढ़ सकें और भारत की आर्थिक प्रगति में सार्थक योगदान दे सकें। हम साथ मिलकर उद्यमशीलता के विकास की अगली लहर को आगे बढ़ाएँगे।”

उद्घाटन सत्र के दौरान, चंडीगढ़ प्रशासन के उद्योग सचिव, हरगुनजीत कौर ने कहा, “चंडीगढ़ यूटी में एक बहुत ही दिलचस्प जनसांख्यिकीय है, और इसे ध्यान में रखते हुए, प्रशासन एक ऑल – इनक्लुसिव स्टार्टअप अनेब्लिंग इकोसिस्टम बनाने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है। हम समझते हैं कि उद्यमिता को फलने-फूलने के लिए एक पोषित इकोसिस्टम की आवश्यकता होती है जो संसाधनों, मार्गदर्शन और नेटवर्क तक पहुंच प्रदान करता है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि चंडीगढ़ स्टार्टअप पाॅलिसी बहुत उन्नत चरण में है, और हमने व्यापक हितधारक परामर्श किया है और विशेषज्ञों की राय को इसमें शामिल किया गया है। इसलिए जब भी स्टार्टअप पाॅलिसी लागू होगी, मुझे उम्मीद है कि यह चंडीगढ़ के लिए एक गेम चेंजर साबित होगी। हम चंडीगढ़ को उद्यमियों के लिए एक पसंदीदा स्टार्टअप गंतव्य के रूप में विकसित करने में सक्षम होने की उम्मीद करते हैं।”

अपने समापन भाषण में सीआईआई चंडीगढ़ यूटी के वाइस चेयरमेन और एग्नेक्स्ट टेक्नोलॉजिड प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ और फाउंडर तरनजीत भामरा ने कहा कि यूटी का स्टार्टअप इकोसिस्टम मुख्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी पर केंद्रित है और इसे रणनीतिक निवेश, नीतिगत हस्तक्षेप, मजबूत शैक्षिक बुनियादी ढांचे और शहर की उद्यमशीलता की भावना का लाभ उठाकर पोषित किया जाएगा।”

कॉन्क्लेव के दौरान, पंजाब इनोवेशन मिशन के उभरते स्टार्टअप, जिनमें चितकारा यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप एंड एजुकेशन डेवलपमेंट (सीईईड) और आईआईटी रोपड़ में इनक्यूबेट किए गए स्टार्टअप शामिल हैं, ने स्टार्टअप एक्सपो में अपने प्रदर्शन लगाए। विकास और नवाचार के अवसरों की खोज करते हुए, एक्सपो में होनहार उद्यमों के प्रदर्शन शामिल थे । एक्सपो में निम्नलिखित उद्यम शामिल थे :

• इनोवेशन मिशन पंजाबः रूम्सवाइटल, टेराफैक टेक्नोलॉजीज, सूर्या केमिकल्स, फाइलोप, लेबलर
• चितकारा यूनिवर्सिटीः सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एजुकेशन एंड डेवलपमेंट, पारवे वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, एडवेव प्राइवेट लिमिटेड, शिपमाईमेड्स प्राइवेट लिमिटेड, हैप्पीवर्स
• आईआईटी रोपड़-टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फाउंडेशनः दिस लाइफ मैटर्स प्राइवेट लिमिटेड, नैनोकृति प्राइवेट लिमिटेड, एनविनोवा स्मार्टटेक प्राइवेट लिमिटेड
• आईआईटी रोपड़ – टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर फाउंडेशनः सिट-पील्स नेचुरल्स प्राइवेट लिमिटेड, केमेटिको टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, स्पीडीबाइट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड