चंडीगढ़/ शिक्षकों के लिए प्रो बोनो टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम का किया गया आयोजन
सोनीपत की ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने किया प्रोग्राम का आयोजन
होटल हयात रीजेंसी में आयोजित भावनात्मक कल्याण और तनाव प्रबंधन पर आयोजित सत्र में तीस स्कूलों के एक सौ से अधिक शिक्षकों ने लिया भाग
सत्र से पूर्व मीडिया से रूबरू हुए डॉ संजीव पी साहनी
चंडीगढ़ : सोनीपत की ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को होटल हयात रीजेंसी में शिक्षकों के लिए प्रो-बोनो शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया । भावनात्मक कल्याण और तनाव प्रबंधन विषय पर इस सत्र में 30 स्कूलों के 100 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। इस शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य स्पीकर एमिनेंस जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज के प्रोफेसर और वल्र्ड सोसाइटी ऑफ विक्टिमोलॉजी के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. संजीव पी साहनी थे । डॉ. संजीव पी साहनी ने ध्यान और शारीरिक तनाव प्रबंधन तकनीकों को शामिल करके उचित कार्य-जीवन संतुलन बनाए रखने के महत्व पर जोर देते हुए प्रोफेशनल जिंदगी के साथ साथ निजी जि़न्दगी बेहतरीन तरीके से जीने की कला बताई ।
डॉ. साहनी ने बताया कि जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज स्कूल सामाजिक जिम्मेदारी की सम्पूर्ण भावना के साथ शिक्षकों को प्रो-बोनो क्षमता-निर्माण प्रशिक्षण प्रदान करते हुए उन्हें व्यापक सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों में शिक्षकों को शामिल करता है।
गौरतलब है कि डॉ. साहनी द्वारा संचालित प्रमुख शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को प्रतिष्ठित व्हार्टन-क्यूएस क्वैकक्वेरेली साइमंड्स सस्टेनेबिलिटी एजुकेशन अवाड्र्स के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उन्हें वर्तमान मॉड्यूल के साथ अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है। इसे दुनिया भर में शीर्ष 12 प्रतिशत नवाचारों में स्थान दिया गया है। अभी तक डॉ. साहनी और ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने दुनिया भर के आठ हजार से अधिक स्कूलों में दो लाख से अधिक शिक्षकों और स्कूल प्रशासकों को प्रशिक्षित किया है। ये शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम संयुक्त अरब अमीरात, मालदीव, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, किर्गिस्तान, म्यांमार, इंडोनेशिया, श्रीलंका, बुल्गारिया जैसे देशों के विभिन्न स्कूलों में भी आयोजित किए गए हैं।
इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए डॉ. साहनी ने बताया कि डिस्प्रेक्सिया या विकासात्मक समन्वय विकार जैसे विकारों से निपटने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दायरे का और विस्तार किया जा रहा है। हमने देश के दूरस्थ विद्यालयों तक पहुँचने के अपने प्रयास में प्रासंगिक विषयों को शामिल करने के लिए अपने प्रो-बोनो प्रशिक्षण मॉड्यूल को भी विकसित किया है। इस प्रयास के साथ, हमने भारत और विदेशों में कम सेवा वाले समुदायों तक पहुंच और सामर्थ्य को आगे बढ़ाया है।
कार्यक्रम से डॉ साहनी ने आयोजित होनेवाले सत्र की जानकारी मीडियाकर्मियों के साथ साझा की । उन्होंने अपने विज़न और अन्य सारी जानकारियों को भी मीडिया के समक्ष रखा, जिससे मीडिया के द्वारा लोगों में जागरूकता फैले ।