चंडीगढ़ : काम करने अगर जज़्बा हो तो उम्र बाधा नहीं बनती : पाली बडैच
सैन्य अधिकारी की पत्नी 82-वर्षीय फैशन डिजाइनर पाली वड़ैच ने अपने फैशन संग्रह की प्रदर्शनी लगाई
‘पालीज’ ज़मीन आसमान’ लेबल ने होटल अरोमा में प्रस्तुत की ‘क्रोशे इन स्टाइल’ प्रदर्शनी
‘ज़मीन आसमान’ साधनहीन महिलाओं को सशक्त बनाने के बारे में है : पाली वड़ैच
आर्मी वाइव्स वैलफेयर एसोसिएशन (आवा) के बैनर तले पाली ने अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम किए हैं
चंडीगढ़ : शादी, पार्टी, समर वियर, कैजुअल बैग, कैप, गाउन, पैंट से लेकर प्लाज़ो तक – ‘क्रोशे इन स्टाइल एग्जिबिशन’ में हर तरह के पहनावे की पूरी रेंज उपलब्ध है। होटल अरोमा में 11 से 18 अप्रैल तक रोजाना सुबह 11 से रात 10 बजे तक चलने वाली प्रदर्शनी ‘पालीज जमीन आसमान’ लेबल के तहत आयोजित की गई है। महीन क्रोशिया वाली पोशाकें स्टाइलिश और अच्छी रुचि वालों को पसंद आएंगी। क्रोशिया कपड़ों पर सुंदर डिजाइनों की बुनाई की एक पारंपरिक कला है।
‘पालीज जमीन आसमान’ की स्थापना 82-वर्षीय फैशन डिजाइनर पाली वड़ैच ने की थी, जो पिछले 30 वर्षों से समाज के कमजोर वर्गों की महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु काम करती रही हैं। आज 200 से ज्यादा गरीब महिलाएं गारमेंट प्रोडक्शन के काम में उनकी मदद कर रही हैं।
वे कहती हैं कि “मेरी इच्छा है कि अधिक से अधिक वृद्ध और निराश्रित महिलाओं को रोजगार दिया जाए, ताकि वे अपने घरों में बैठकर कुछ पैसे कमा सकें। मैं दृढ़ता से महसूस करती हूं कि महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण उन्हें रोजगार देकर ही किया जा सकता है, ताकि ये महिलाएं हर महीने एक धनराशि प्राप्त कर सकें, जो उन्हें सम्मान और स्वाभिमान देगी। इससे उन्हें अपने पति और ससुराल वालों के दुर्व्यवहार से निबटने में मदद मिलेगी,” ।
पाली वड़ैच ने आगे कहा, “मैंने रचनात्मक डिजाइन बनाने शुरू किए और गरीब महिलाओं को क्रोशिया की कला का उपयोग करके चीजें तैयार करने का काम दिया, जो कि एक प्राचीन कला है और अगर किसी पोशाक में सही तरीके से इसे इस्तेमाल किया जाए तो उसमें सुंदरता आ सकती है।”
हालांकि उन्हें मुंबई के टॉप 6 डिजाइनरों में से एक घोषित किया गया है, लेकिन उन्होंने चूहा-दौड़ में शामिल होने से इनकार कर दिया और इसके बजाय वह गलियों और झुग्गियों में घर-घर जाकर अपनी ज्यादातर वृद्ध कार्यकर्ताओं को नवीनतम और सुरुचिपूर्ण डिजाइन समझाती हैं। ये महिलीएं बड़ी मेहनत से क्रोशिया के वस्त्र तैयार करती हैं। पाली वड़ैच इन आइटम्स को सागा स्टोर्स, अप्सरा इंटरनेशनल, खादी भंडार मुंबई और सत्यापॉल जैसे प्रसिद्ध बुटीक और आउटलेट्स पर बेचती हैं।
अपनी अधिक उम्र के बावजूद वह अब भी मजबूती से जुटी हैं और बहुत जुनून और जोश के साथ काम कर रही हैं। वह न केवल चंडीगढ़ राजधानी क्षेत्र, बल्कि मुंबई में भी विभिन्न बुटीक में प्रदर्शनियों और फैशन शो आयोजित करती हैं।
एक प्रसिद्ध डिजाइनर, पाली वड़ैच की पोशाकें मिस यूनिवर्स 2000 – लारा दत्ता, चंडीगढ़ की सांसद और अभिनेत्री किरण खेर तथा ऐसी ही कई अन्य हाई प्रोफ़ाइल महिलाओं ने पहनी हैं। उन्होंने मशहूर डिजाइनर तरुण तहिलियानी के स्टूडियो के लिए भी कई डिजाइन तैयार किए हैं।
जरूरतमंदों को सशक्त बनाना और उनकी मदद करना उनके व्यक्तित्व का एक अभिन्न हिस्सा रहा है। एक आर्मी ऑफिसर की पत्नी होने के नाते उन्होंने आर्मी वाइव्स वैलफेयर एसोसिएशन (एडब्ल्यूडब्ल्यूए) के बैनर तले भी सराहनीय काम किए हैं। उनका मानना है कि हस्तकला, जिसे हमारे अधिकांश गरीब और यहां तक कि अनपढ़ महिलाएं भी जानती हैं, कुछ हद तक उनकी हालत को सुधारने में मदद कर सकती है। उन्होंने अपनी इंग्लैंड यात्रा के दौरान डिजाइन कोर्सेस में भी भाग लिया है।