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चंडीगढ़/ लोगों में ग्लूकोमा के प्रति जागरूकता लाने के लिए पीजीआई ग्लूकोमा वीक के दौरान कर रहा कई कार्यक्रमों का आयोजन

आज शाम के ओपन एयर शो से आरंभ होगा कल से चलने वाला ग्लूकोमा वीक (जागरूकता अभियान)

40 वर्ष के बाद नियमित अंतराल के बाद आँखों की जाँच अवश्य करवानी चाहिए : डॉ पांडव

ग्लूकोमा के कारण समाप्त हुई आँखों की रोशनी को वापस नहीं लाया जा सकता, पता चलने के बाद इसे बढ़ने से रोका जा सकता है

चंडीगढ़ : विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के अंतर्गत 12 से 18 मार्च तक पीजीआई के एडवांस आई सेंटर द्वारा लोगों में ग्लूकोमा (काला मोतिया) की जागरूकता लाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है । इस विशेष जागरूकता सप्ताह से पूर्व आज शाम 4 बजे से सेक्टर 17, प्लाजा में एक ओपन एयर म्यूजिकल शो किया जा रहा है । इस शो के माध्यम से भी लोगों को काला मोतिया के संबंध में जागरूक किया जाएगा । कुछ एनजीओ के साथ मिलकर पीजीआई के एडवांस आई सेंटर की टीम यह शो आयोजित कर रही है । इसके बाद 12 मार्च की सुबह 7:45 में रॉक गार्डन से सुखना लेक तक ग्लूकोमा अवेर्नेस वॉक का आयोजन किया गया है । इस वॉक के बाद सुखना लेक पर बच्चों द्वारा ग्लूकोमा संबंधी पेंटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी । दिनांक 15 मार्च को अपराह्न 3 बजे आम लोगों के लिए एक विशेष सत्र का आयोजन भी एडवांस आई सेंटर में किया जा रहा है ।

उक्त सभी जानकारी वीरवार को पीजीआई के नेत्र विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ एस एस पांडव ने प्रेस वार्ता कर उपलब्ध कराई । ग्लूकोमा के संबंध में बताते हुए उन्होंने कहा कि बिना जाँच के इसका पता लगाना असंभव होता है, इसलिए नियमित अंतराल के बाद आँखों की जाँच अवश्य करवानी चाहिए जिससे ग्लूकोमा का पता चल सके । ग्लूकोमा हो जाने के बाद हुए आंखों की रोशनी को वापस लाना असंभव है । आरंभिक अवस्था मे अगर इसका पता लग जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है । मुख्य रूप से 40-45 वर्ष के बाद ग्लूकोमा होने की संभावना बढ़ जाती है इसलिए इस उम्र के प्रत्येक वर्ष आँखों की जाँच अवश्य करवानी चाहिए ।

डॉ पांडव ने आगे कहा कि लोगों में ग्लूकोमा के संबंध में जानकारी की कमी है जिस कारण लोग बहुत देर से इसके इलाज के लिए पहुँचते है । इस देरी के कारण अनेक रोगियों को अपनी आंखें तक गँवानी पड़ रही है । हालांकि कुछ समय से लोगों में जागरूकता बढ़ी है, लेकिन इसकी संख्या बहुत कम है । लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य पीजीआई का नेत्र विभाग यह विशेष जागरूकता सप्ताह मना है ।

डॉ श्रेष्ठ ने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की है कि वे ग्लूकोमा के प्रति जागरूक हों और अपने इष्ट मित्रों को भी जागरूक करें । आगे उहोंने बताया कि पीजीआई के एडवांस आई सेंटर में प्रतिदिन दिन चलने ग्लूकोमा ओपीडी का लाभ भी लोग ले सकते हैं ।