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सहरसा/ एडीएम एवं सिविल सर्जन ने संयुक्त रूप से किया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्घाटन

जिले में बच्चे व किशोर-किशोरियों को खिलायी गई अल्बेंडाजोल की गोली

जिले के 1946 आंगनबाड़ी केंद्र तथा 1842 सरकारी एवं निजी स्कूल में बच्चों को खिलाई गई यह गोली

सहरसा : जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की शुरुआत एडीएम विनय कुमार मंडल एवं सिविल सर्जन डॉ.किशोर कुमार मधुप ने संयुक्त रूप से बच्चों को रूपवती कन्या मध्य विद्यालय सहरसा में दवा खिला कर की । इस दौरान स्कूल एवं आंगनबाड़ी के बच्चों को कृमि से मुक्ति के लिए अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई गई । जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.कुमार विवेकानंद ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल के बच्चों को कृमि से मुक्ति के लिए अल्बेंडाजोल की दवा खिलायी गई । जिले में एक साल से 19 साल तक के बच्चों व किशोर-किशोरियों को अल्बेंडाजोल की दवा खिलायी जा रही है। साथ ही छूटे हुए बच्चों को दवा खिलाने के लिए 11नवम्बर को मॉपअप राउंड चलाया जायेगा। जिला में 12 लाख 38 हजार बच्चों व किशोर-किशोरियों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। . उन्होंने कहा कि जिले के सभी सीएचसी,पीएचसी को अल्बेंडाजोल दवा उपलब्ध करा दी गयी है। इस मौके पर मौके पर सिविल सर्जन डा. किशोर कुमार मधुप, एसीएमओ डा. रविन्द्र मोहन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद, जिला शिक्षा अधिकारी , जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनय रंजन, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर, सहयोगी संस्था यूनिसेफ के एसएमसी बंटेश नारायण मेहता, सैयद मजहरूल हसन, डब्ल्यूएचओ के आरआरटी डा. पुनीत कुमार, यूएनडीपी के मो. मुमताज खालिद, एनडीडी जिला समन्वयक मृत्युंजय कुमार सिंह,सीफार के प्रतिनिधि सहित अन्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।

सिविल सर्जन डॉ किशोर कुमार मधुप में कहा कि हम लोग साल में 6 महीने में दो बार अल्बेंडाजोल का टेबलेट बच्चों को खिलाते हैं। पूरे जिले में 12.38 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। बताया हुकवर्म, टैप वर्म व अन्य प्रकार के कृमि हो सकते हैं। इनसे बचाव के लिए कृमि नाशक दवा खानी चाहिए। उन्होंने बताया कि जिले में आईसीडीएस, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से 01 से 19 साल तक के बच्चों को स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की देखरेख में अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मी तथा आईसीडीएस कर्मी एवं जिला शिक्षा अधिकारी के सहयोग से शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया गया है । जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.कुमार विवेकानंद तथा सहयोगी संस्थान यूनिसेफ एंव डब्ल्यूएचओ के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है।

एडीएम विनय कुमार मंडल ने कहा कि जिले में आज से अल्बेंडाजोल दवा सेवन की शुरुआत की जा रही है। जिले में 12.38 लाख बच्चों को टेबलेट खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। आंगनबाड़ी सेंटर, प्राथमिक विद्यालय से इस अभियान की शुरुआत की जा रही है । उन्होंने कहा कि 1 से 19 साल तक के सभी बच्चों एवं किशोरियों को यह दवा खिलायी जानी है ताकि एनीमिया जैसे दुष्प्रभाव से बच सकें।