अररिया/ विकास के दावे की पोल खोल रहा है सिमरबनी से छर्रापट्टी जाने वाली सड़क
✍️ अंकित सिंह, भरगामा (अररिया)
5 वर्ष बीत जाने के बाद कागजों पर हुआ सड़क निर्माण कार्य पूर्ण
जांच करवाते हैं, संवेदक पर होगी कार्रवाई : कार्यपालक अभियंता
सड़क निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने से ग्रामीणों को हो रही है काफी परेशानी
भरगामा (अररिया) : प्रखंड अंतर्गत सिमरबनी पोस्ट ऑफिस चौक से छर्रापट्टी के तरफ जाने वाली सड़क में 5 वर्षों से निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका है। विदित हो कि बीते 3 अक्टूबर को इसी क्षेत्र के समाजसेवी, भ्रष्टाचार विरोधी विमल मंडल ने बिहार सरकार के रवैये से तंग आकर अपना हथेली काट लिया था। 10 वर्षों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में उन्होंने अंतिम पत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा था,1 अक्टूबर 2022 तक पंचायत स्तर के सभी योजनाओं की जांच वीडियोग्राफी के साथ सार्वजनिक नहीं किया जाएगा तो मैं अपना हाथ को काट लूंगा जिस हाथ से मैं यह आवेदन लिखा हूं।
समाचार संकलन के दौरान संवादाता का टीम जब सिमरबनी पंचायत के छर्रापट्टी गांव पहुंचा तो देखा कि भ्रष्टाचार और विकास के नाम पर जो लड़ाई श्री मंडल ने लड़ा वह सत्य साबित होता दिख रहा था। सिमरवनी पोस्ट ऑफिस चौक से छर्रापट्टी तक जाने वाली सड़क कीचड़युक्त, जर्जर, कई गाड़ियां फंसी हुई नजर आ रही थी। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार यह सड़क लगभग 50 वर्षों से इसी स्थिति में है। ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क 5 वर्ष पूर्व तत्कालीन विधायक अनिल कुमार यादव के कार्यकाल के समय शिलान्यास कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। परन्तु सड़क में क़ुछ स्थानों पर बेडमिशाली किया गया। उसके बाद निर्माण कार्य को पूरी तरह बंद कर दिया गया है जिससे बरसात के समय लोगों को आने जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । यहां तक की छोटे-छोटे वाहन सड़क पर बने कीचड़ में फंस जाते हैं। सड़क की यह स्थिति है कि पैदल चलने में भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ करते समय योजना बोर्ड लगाने का प्रावधान है, परंतु आज तक निर्माण कार्य स्थल पर योजना बोर्ड नहीं लगाया जाना कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को दर्शाता है।
इस बाबत कार्यपालक अभियंता ने कहा की उन्हें कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, आपके द्वारा जानकारी मिला है, जांच करवाते हैं, अगर कार्य नहीं हुआ है तो संबंधित संवेदक के ऊपर कार्यवाही करते हुए काली सूची में डाल दिया जाएगा।
सहायक कार्यपालक निरीक्षक भरगामा से कई बार मोबाइल फोन के माध्यम से जानकारी प्राप्त करना चाहा परंतु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया ।
मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी किया। उन्होंने कहा कि गांव का विकास नहीं हुआ एवं भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध उच्चस्तरीय जांच नहीं हुआ तो हम लोग बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसकी सारी जवाबदेही सरकार की होगी ।