सुपौल/ विश्व हृदय दिवस : रक्तचाप, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल की नियमित करवायें जांच
सरकारी अस्पतालों में 12 तक होगा निःशुल्क चिकित्सा परामर्श पखवाड़ा का आयोजन
लोगों की हो रही मधुमेह व उच्च रक्तचाप की स्क्रीनिंग
30 वर्ष से अधिक के लोगों को उच्च रक्तचाप व हृदयघात से बचाव के उपायों, सही खानपान व जीवनशैली में सुधार की जानकारी दी जा रही
सदर अस्पताल सुपौल में सौ से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग
सुपौल : विश्व हृदय दिवस के अवसर सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों पर निःशुल्क चिकित्सा परामर्श पखवाड़ा का आयोजन 12 अक्टूबर तक किया जाना है। हृदय संबंधी रोगों से हुई मृत्यु गैर संचारी रोगों से हुई सकल मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है। इसलिए विश्व हृदय दिवस के अवसर पर लोगों में हृदय संबंधी रोगों के प्रति जागरूकता लाने एवं नियमित रूप से जांच कराने हेतु उत्प्रेरित करने उद्देश्य से जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इस पखवाड़े का अयोजन किया जा रहा है।
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. चंदन कुमार ने बताया गैर संचारी रोगों की श्रेणी में हृदय संबंधी रोग भी आते हैं। जीवन को खुशहाल एवं रोग मुक्त रखने के लिए लोगों को रक्त-चाप, मधुमेह, रक्त में कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा आदि की नियमित रूप से जांच करानी चाहिए। इन जांचों के माध्यम से उनके हृदय रोग संबंधी रोगों से ग्रसित होने की संभावनाओं का पता चल पाता है। समय रहते उचित परामर्श अनुरूप दवाओं का सेवन, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम एवं तनाव मुक्त जीवन अपनाते हुए वे शीघ्र स्वस्थ्य हो सकते हैं। इसलिए सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर अधिक से अधिक लोगों के हृदय संबंधी रोगों से ग्रसित होने से बचाने के लिए इस पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। लोगों को चाहिए कि अपने निकटतम सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर जाकर जांच करवाते हुए इस पखवाड़े का लाभ अवश्य उठायें।
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. चंदन कुमार ने बताया मानव शरीर के महत्वपूर्ण अंग हृदय के प्रति लोगों में जागरूकता का होना बहुत जरूरी है। विश्व हृदय दिवस के अवसर पर आयोजित किये जा रहे पखवाड़े के दौरान अस्पताल में आये लोगों की उच्च रक्तचाप व मधुमेह रोग की स्क्रीनिंग की जा रही है। ताकि उनके हृदय रोग से ग्रसित होने की संभावनाओं का पता चल सके एवं आवश्यकता अनुरूप उपचारित किया जा सके। डा. कुमार ने बताया इस पखवाड़े दौरान अब तक सदर अस्पताल सुपौल में सौ से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को उच्च रक्तचाप व हृदयघात से बचाव के उपायों, सही खानपान व जीवनशैली में सुधार की जानकारी दी जा रही है। हृदय रोग से ग्रसित मरीजों में अधिकांश मरीजों के ग्रसित होने का मुख्य कारण तनाव होता है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं भी हृदय रोगों को जन्म देती हैं।