सहरसा/ टीबी उन्मूलन के लिए सरकार कटिबद्ध
स्वास्थ्य कर्मियों को निक्षय एप उपयोग करने के जारी किये निर्देश
टीबी उन्मूलन के लिए समाज में जागरूकता जरूरी
सहरसा : सरकार टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए कटिबद्ध है। नि-क्षय (नि=अंत, क्षय=टीबी) राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी नियंत्रण के लिए वेब सक्षम रोगी प्रबंधन प्रणाली है। यह केंद्रीय टीबी प्रभाग (सीटीडी), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के भारत कार्यालय के सहयोग से विकसित और अनुरक्षित है। नि-क्षय एप का उपयोग स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जिले में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में विभिन्न स्तरों पर टीबी मरीजों की देखरेख में मामले दर्ज करने, प्रयोगशालाओं से विभिन्न प्रकार के परीक्षणों का आदेश देने, उपचार विवरण रिकॉर्ड करने, उपचार पालन की निगरानी और स्थानांतरण के लिए किया जाता है। साथ ही राष्ट्रीय टीबी निगरानी प्रणाली के रूप में भी कार्य करता है और सरकार को विभिन्न निगरानी डेटा की रिपोर्ट करने में सक्षम बनाता है।
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर ने बताया जिले में टीबी उन्मूलन के लिए समुदाय आधारित जागरूकता अभियान चलाया जाना जरूरी है। इसके लिए दूरस्थ एवं चिह्नित कठिन क्षेत्रों में आशा एवं अन्य सामुदायिक उत्प्रेरक द्वारा गृह भ्रमण कर संभावित टीबी रोगियों की पहचान करने की आवश्यकता है। चिह्नित टीबी रोगियों को स्थानीय निकटतम बलगम जांच केंद्र अथवा ट्रुनेट लैब में सैंपल की जांच करवानी चाहिए। साथ ही पंजीकृत टीबी रोगियों का घर भ्रमण कर संपर्क में रहने वाले 5 वर्ष तक के बच्चों एवं वयस्कों की भी टीबी स्क्रीनिंग तथा योग्य बच्चों की लाइन लिस्टिंग करवानी चाहिए। उन्होंने बताया एडवोकेशी, मीडिया और सामुदायिक एकजुटता टीबी मुक्त भारत की कल्पनाओं पर आधारित कार्यक्रमों की प्रगति और निवारक सेवाओं में तेजी लाने के लिए आवश्यक बल प्रदान करता है। 2025 तक टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान-एक जन आंदोलन भी आरंभ किया गया है। इसके लिए आकर्षक एवं सरल शब्दों में वकालत (एडवोकेशी) और प्रचार-प्रसार के दृश्य माध्यम काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह समन्वित संचार के लिए अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सार्थक प्रयासों को संरेखित करते हुए कार्यक्रम के सभी विषयगत क्षेत्रों में एक पूरक और उत्प्रेरक की अहम भूमिका अदा करते हैं।
यक्ष्मा रोग एक जटिल रोग है। इसे जल्द से जल्द पहचान कर इलाज शुरू किया जाना चाहिए। ताकि दूसरे व्यक्तियों में यह संक्रमित बीमारी न पहुंच सके। इसलिए सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में जिले में सामुदायिक स्तर के स्वास्थ्य प्रदाता के तौर पर एएनएम एवं जीएनएम को निक्षय सेतु एप मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करने एवं तद्नुसार टीबी उन्मूलन के लिए अपेक्षित कार्य सम्पादित करना जरूरी है।