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मोहाली/ फोर्टिस ने रोबोट की सहायता से पूरी की 250 सफल सर्जरी

✍️ सोहन रावत, चंडीगढ़

मोहाली : फोर्टिस हॉस्पिटल उत्तर भारत का पहला निजी अस्पताल बन गया है जिसने 250 सफल रोबोटिक सहायता प्राप्त सर्जरी पूरी की है। रोबोटिक एडेड सर्जरी चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण विकासों में से एक है और इसने स्वास्थ्य सेवा को बदल दिया है। फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली में सबसे एडवांस्ड चौथी पीढ़ी की रोबोटिक मशीन है: द विंची- जिसका उपयोग यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, गाइनोकोलॉजी और ईएनटी के क्षेत्र में बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।

रोबोटिक एडेड सर्जरी मिनिमल इनवेसिव सर्जरी का नवीनतम रूप है और रोगी के शरीर में डाले गए एक विशेष कैमरे के माध्यम से ऑपरेटिव क्षेत्र का 3डी व्यू प्रदान करती है। शरीर के जिन हिस्सों तक मानव हाथों से पहुंचना मुश्किल है, उन्हें रोबोट की सहायता से पहुँचा जा सकता है जो 360 डिग्री घूम सकते हैं। मरीजों को कम से कम रक्त की हानि होती है, कम घाव होते हैं और ठीक होने की प्रक्रिया तेज होती है। स्त्री रोग, कैंसर और यूरोलॉजिकल-प्रोस्टेट सर्जरी जैसे रेडिकल प्रोस्टेटेक्टॉमी, नेफरेक्टोमी आदि के लिए रोबोटिक सहायता प्राप्त सर्जरी को पहले ही गोल्ड मानक उपचार के रूप में स्थापित किया जा चुका है।

श्री अभिजीत सिंह, हेड-एसबीयू, फोर्टिस मोहाली, ने कहा कि ‘‘रोबोटिक सहायता प्राप्त सर्जरी सभी सर्जिकल प्रक्रियाओं का भविष्य है। यह 21वीं सदी की नवीनतम सर्जिकल तकनीक है। फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली, हमेशा की तरह, इस क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को पेश करने में सबसे आगे रहा है। हमें मरीजों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। एक खुश और संतुष्ट रोगी हमें अत्यधिक संतुष्टि देता है और हमें आश्वस्त करता है कि हम क्लीनिकल एक्सीलेंस के मामले में सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और तकनीकी प्रगति के साथ आगे बढ़ रहे हैं।’’

डॉ मनीष आहूजा, कंसल्टेंट, यूरोलॉजी, रोबोटिक और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली ने कहा कि ‘‘प्रोस्टेट पुरुषों में मौजूद एक प्रजनन ग्रंथि है। यह 50 वर्ष की आयु के बाद हार्मोन परिवर्तन के कारण बढ़ सकता है। अधिकांश पुरुषों में गैर-कैंसरयुक्त इज़ाफ़ा होता है लेकिन कुछ में यह कैंसर हो सकता है। अगर समय पर पता चल जाए तो रोबोटिक सर्जरी से ग्रंथि को हटाया जा सकता है। डॉ. आहूजा ने कहा कि ‘‘रोबोट का उपयोग करके बहुत अधिक जटिल और नाजुक सर्जरी अधिक सटीकता के साथ किए जाने की संभावना है।’’

डॉ.स्वप्ना मिश्रा, डायरेक्टर, ऑबस्ट्रेटिक्स एंड गाइनोकोलॉजी, फोर्टिस अस्पताल मोहाली, ने कहा कि ‘‘रोबोटिक सर्जरी गाइनी कैंसर, फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस, वेसिको-वेजाइनल फिस्टुला, ओवेरियन सिस्ट, सल्पिंगो-ओओफोरेक्टॉमी, ओवेरियन सिस्टेक्टोमी या ओवेरियोटॉमी, मायोमेक्टोमी, हिस्टेरेक्टॉमी के ईावा गर्भाशय, अंडाशय और गर्भाशय ग्रीवा से जुड़े कैंसर आदि के उपचार के लिए भी की जाती है।’’

पारंपरिक सर्जरी पर रोबोटिक सर्जरी के लाभों को साझा करते हुए, डॉ.मिश्रा ने कहा कि ‘‘ऑपरेशन के बाद दर्द से राहत प्रक्रिया के लिए अद्वितीय है। रोबोटिक सर्जरी में कम दर्द होता है और मरीज के शरीर पर निशान, खून की कमी भी कम होती है। ठीक होने का समय तेज है और मरीजों को 24 घंटे के भीतर अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।’’

डॉ.अशोक के गुप्ता, डायरेक्टर, ईएनटी, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली ने आगे विस्तार से बताया कि कैसे रोबोटिक सर्जरी ने सिर और गर्दन की सर्जरी करने के तरीके को एक तरह से पूरी तरह से बदल दिया है। उन्होंने कहा कि ‘‘रोबोटिक सर्जरी की ओर जाना समय की जरूरत बन गया है। आज मरीजों की मांग केवल रोग मुक्त होने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सबसे कुशल तरीके से इलाज और विश्व स्तरीय सुविधाएं प्राप्त करने तक विस्तार कर चुकी हैंं। इस तरह की अत्याधुनिक मेडिकल उपचार प्रदान करने की सक्षमता रोबोटिक सर्जरी में है।’’